Tumors in human body: शरीर में गांठ (Lump) बनना एक आम समस्या है, लेकिन यह चिंता का विषय तब बन जाती है जब इसका आकार बढ़ने लगे या यह सख्त हो जाए. हर गांठ कैंसरजन्य (Malignant) नहीं होती, लेकिन इसे नजरअंदाज करना भी खतरनाक हो सकता है.
सही समय पर जांच और निदान से गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है. इस लेख में जानेंगे कि किसी गांठ के कैंसर होने या न होने की पहचान कैसे करें और किन जांचों की जरूरत होती है.
गांठ बनने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ सामान्य होते हैं और कुछ गंभीर.
सामान्य कारण
- फैटी टिशू (Lipoma) का जमाव
- सिस्ट (Cyst) यानी तरल पदार्थ से भरी थैली
- संक्रमण के कारण सूजन
- हार्मोनल बदलाव
गंभीर कारण
- लिंफ नोड्स में सूजन (Lymphoma)
- ब्रेस्ट या स्किन कैंसर
- बोन ट्यूमर
- सार्कोमा (Sarcoma)
यदि गांठ तेजी से बढ़ रही है या लंबे समय तक बनी हुई है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
हर गांठ कैंसर नहीं होती, लेकिन कुछ विशेष लक्षण कैंसर का संकेत दे सकते हैं;
अगर जांच में गांठ कैंसरजन्य पाई जाती है, तो डॉक्टर इसके प्रकार और स्टेज के अनुसार इलाज की सलाह देते हैं। मुख्य उपचार विधियां;
नहीं, हर गांठ कैंसर नहीं बनती, लेकिन कुछ गांठें समय के साथ कैंसर में बदल सकती हैं. विशेष रूप से, ब्रेस्ट, गर्दन, बगल, पेट और जांघों में बनने वाली गांठों पर ध्यान देना जरूरी है. यदि ये गांठें समय के साथ बढ़ रही हैं या दर्दरहित होते हुए भी असामान्य रूप ले रही हैं, तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें.
अगर शरीर में कोई भी गांठ बनती है, तो उसे हल्के में न लें. हालांकि, हर गांठ घातक नहीं होती, लेकिन लक्षणों को पहचानना और सही समय पर डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद जरूरी है. समय पर जांच और सही इलाज से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है.