Anxiety Symptoms in Teenagers: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना बेहद जरूरी हो गया है. डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन कई लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते.
अगर आपका कोई अपना बार-बार चिंता, घबराहट या तनाव महसूस करता है, तो यह एंग्जायटी का संकेत हो सकता है। यहां हम 5 मुख्य लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है.
अगर कोई व्यक्ति बिना किसी स्पष्ट कारण के बार-बार घबराहट या बेचैनी महसूस करता है, तो यह एंग्जायटी का संकेत हो सकता है. उसे हमेशा किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है और यह डर उसकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर सकता है.
अगर किसी को रात में नींद न आने की समस्या है या बार-बार नींद टूटती है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है. एंग्जायटी से पीड़ित लोग अक्सर सोने से पहले अत्यधिक सोचने लगते हैं, जिससे उनका मस्तिष्क शांत नहीं हो पाता और वे अनिद्रा के शिकार हो जाते हैं.
अगर किसी व्यक्ति को छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो रही है और वह हमेशा नकारात्मक सोच में डूबा रहता है, तो यह मानसिक स्वास्थ्य की गिरावट का संकेत हो सकता है. लगातार नकारात्मक विचार आना और बेवजह चीजों को लेकर परेशान रहना एंग्जायटी का एक बड़ा लक्षण है.
एंग्जायटी सिर्फ मानसिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक समस्याओं का कारण भी बन सकती है. अगर कोई व्यक्ति लगातार सिरदर्द, थकान, पसीना आना या दिल की धड़कन तेज होने जैसी समस्याओं का सामना कर रहा है, तो इसे हल्के में न लें. यह मानसिक तनाव के कारण हो सकता है.
अगर कोई व्यक्ति धीरे-धीरे अपने दोस्तों, परिवार या सहकर्मियों से कटने लगे और अकेले रहना पसंद करने लगे, तो यह चिंता का विषय हो सकता है. एंग्जायटी के कारण लोगों को सोशल इंटरेक्शन में घबराहट महसूस होती है, जिससे वे समाज से खुद को अलग कर लेते हैं.
अगर आपके किसी करीबी में ये लक्षण दिख रहे हैं, तो उन्हें समझने और उनका समर्थन करने की जरूरत है. सही समय पर डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें. योग, ध्यान और सकारात्मक सोच अपनाकर भी एंग्जायटी को कम किया जा सकता है.
मानसिक स्वास्थ्य भी शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें. सही समय पर इलाज और समर्थन से यह समस्या पूरी तरह ठीक हो सकती है.