Deadly Virus: ऑस्ट्रेलिया में क्वींसलैंड स्वास्थ्य विभाग के एक गंभीर जैव सुरक्षा उल्लंघन की जांच शुरू की गई है, जिसमें एक लैब से सैकड़ों जानलेवा वायरस के सैंपल गायब हो गए हैं. यह मामला अगस्त 2023 का है, जब क्वींसलैंड की स्वास्थ्य वायरोलॉजी लैब से 323 शीशियां गायब हो गईं, जिनमें हेंड्रा वायरस, लिसावायरस और हंटावायरस जैसे खतरनाक वायरस शामिल थे.
क्वींसलैंड सरकार ने इस मामले को 'जैव सुरक्षा प्रोटोकॉल के प्रमुख ऐतिहासिक उल्लंघन' के रूप में वर्णित किया और अब अधिकारियों ने इस घटना की गहरी जांच शुरू की है. हालांकि, सरकार का कहना है कि फिलहाल इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि ये वायरस के नमूने चोरी हुए हैं या नष्ट किए गए हैं, और इससे समुदाय के लिए किसी प्रकार का जोखिम भी नहीं उत्पन्न हुआ है.
गायब हुए वायरस में शामिल हेंड्रा वायरस, लिसावायरस और हंटावायरस सभी गंभीर बीमारियों और मृत्यु का कारण बन सकते हैं.
इन वायरसों के मनुष्यों से मनुष्यों में संचारित होने की क्षमता सीमित है, लेकिन वे अभी भी खतरनाक हैं, विशेष रूप से जब वे पशुओं में फैलते हैं.
क्वींसलैंड के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. जॉन गेरार्ड ने यह पुष्टि की कि इन वायरस के नमूनों के गायब होने से अभी तक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए कोई खतरा नहीं हुआ है. उनका कहना था, 'यह जरुरी है कि ध्यान रखा जाए कि वायरस के नमूने कम तापमान वाले फ्रीजर से बाहर बहुत जल्दी विघटित हो जाते हैं और गैर-संक्रामक हो जाते हैं.'
इसके बावजूद, एक्सपर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया है, क्योंकि इन वायरसों के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही जैव सुरक्षा में बड़ी चूक हो सकती है. सैम स्कार्पिनो, जो बोस्टन में नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी में एआई और जीवन विज्ञान के निदेशक हैं, ने कहा कि यह 'महत्वपूर्ण जैव सुरक्षा चूक' के बराबर है और इन वायरसों को सही जगह पर न रखना स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए एक बड़ी समस्या हो सकती है.
क्वींसलैंड सरकार ने इस घटना के बाद 'भाग 9 जांच' शुरू की है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इस घटना पर रिएक्ट करते समय कुछ भी अनदेखा नहीं किया गया. इसमें लैब की वर्तमान नीतियों और प्रक्रियाओं की जांच की जाएगी, साथ ही कर्मचारियों के आचरण और विनियामक अनुपालन पर भी विचार किया जाएगा.