Menstrual Cup Effect on kidney: हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक महिला को Menstrual Cup के इस्तेमाल के कारण किडनी से जुड़ी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा.
यह मामला मेडिकल जर्नल 'New England Journal of Medicine' में प्रकाशित हुआ, जिसमें बताया गया कि 45 वर्षीय महिला ने मासिक धर्म के दौरान मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल किया, जिससे उसकी किडनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा.
रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने मासिक धर्म के दौरान Menstrual Cup का उपयोग किया और यह ठीक से फिट न होने के कारण उसकी urethra (मूत्रमार्ग) पर दबाव डालने लगा. इससे मूत्र मार्ग अवरुद्ध हो गया और acute urinary retention (अचानक मूत्र रुकावट) की समस्या उत्पन्न हुई. इस कारण किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ा और सही समय पर उपचार न मिलने से नुकसान की आशंका बढ़ गई.
जब महिला को लंबे समय तक पेशाब न आने की समस्या हुई, तो उसने डॉक्टर से संपर्क किया. जांच करने पर पाया गया कि मेंस्ट्रुअल कप के गलत इस्तेमाल से उसका urinary tract बाधित हो गया था. डॉक्टरों ने तुरंत कप को हटाया और कैथेटर की मदद से पेशाब को बाहर निकाला, जिससे राहत मिली.
विशेषज्ञों का कहना है कि Menstrual Cup का सही इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. यदि इसे सही तरीके से और सुरक्षित रूप से नहीं डाला जाता, तो यह मूत्र मार्ग को बाधित कर सकता है, जिससे पेशाब रुकने की समस्या हो सकती है. हालांकि, यह एक दुर्लभ मामला है और ऐसा हर उपयोगकर्ता के साथ नहीं होता.
सही आकार चुनें: गलत आकार का कप मूत्रमार्ग पर दबाव डाल सकता है.
सही तरीके से डालें: कप को सावधानीपूर्वक डालें ताकि यह मूत्रमार्ग या अन्य अंगों पर दबाव न डाले.
समय पर निकालें: बहुत अधिक समय तक कप को अंदर रखने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
संकेतों पर ध्यान दें: यदि कप के इस्तेमाल के बाद पेशाब करने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
Menstrual Cup एक पर्यावरण-अनुकूल और किफायती विकल्प है, लेकिन इसके सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करना आवश्यक है. अगर इसे गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह मूत्र मार्ग और किडनी पर दबाव डाल सकता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए, इसे उपयोग करने से पहले सही जानकारी लेना और सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.