Low Sperm Count Symptoms: आजकल पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे उनकी प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है. खराब जीवनशैली, अस्वस्थ खानपान और तनाव इस समस्या के मुख्य कारण बन रहे हैं. अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह पुरुषों में बांझपन का कारण भी बन सकता है.
आइए जानते हैं वे पांच मुख्य कारण जो पुरुषों के स्पर्म काउंट को कम कर सकते हैं.
धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ाता है, जिससे स्पर्म काउंट और क्वालिटी दोनों प्रभावित होते हैं. निकोटीन और एल्कोहल शुक्राणुओं को कमजोर करते हैं, जिससे उनमें गतिशीलता (मोबिलिटी) कम हो जाती है और गर्भधारण की संभावना घट जाती है.
फास्ट फूड, अधिक वसा और चीनी से भरपूर आहार शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है. इससे पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर गिर सकता है, जो स्पर्म उत्पादन को प्रभावित करता है. हरी सब्जियां, फल, नट्स और प्रोटीन से भरपूर आहार लेने से स्पर्म काउंट बढ़ सकता है.
लगातार तनाव में रहने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को प्रभावित करता है. जब शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी होती है, तो शुक्राणु बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता घट जाती है.
लैपटॉप को गोद में रखकर इस्तेमाल करना या मोबाइल फोन को पैंट की जेब में रखना, शुक्राणुओं को नुकसान पहुंचा सकता है. इन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली हीट और रेडिएशन स्पर्म काउंट को कम कर सकते हैं. इसलिए लैपटॉप को टेबल पर रखकर इस्तेमाल करें और मोबाइल फोन को ज्यादा देर तक जेब में न रखें.
शारीरिक रूप से सक्रिय न रहना और मोटापा बढ़ना भी स्पर्म काउंट कम होने के बड़े कारणों में से एक है. अधिक वजन से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन कम हो जाता है और स्पर्म प्रोडक्शन पर असर पड़ता है. नियमित रूप से एक्सरसाइज और योग करने से इस समस्या से बचा जा सकता है.
अगर आप अपनी प्रजनन क्षमता बनाए रखना चाहते हैं, तो इन आदतों से बचें और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं. संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनावमुक्त जीवन जीने से न केवल स्पर्म काउंट बढ़ेगा, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य भी बेहतर होगा.