Liver Cirrhosis: लिवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis) एक गंभीर बीमारी है, जो हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हर साल लगभग 300 किशोरों की मृत्यु इस घातक बीमारी के कारण होती है.
आमतौर पर यह बीमारी वयस्कों में देखी जाती थी, लेकिन अब यह युवा और किशोरों में भी तेजी से फैल रही है. आइए जानते हैं कि यह बीमारी क्या है, इसके कारण, लक्षण और बचाव के उपाय.
लिवर सिरोसिस एक पुरानी और गंभीर लिवर डिजीज है, जिसमें लिवर की कोशिकाएं धीरे-धीरे नष्ट हो जाती हैं और उनकी जगह कठोर फाइबरयुक्त ऊतक (Scar Tissue) आ जाते हैं. इससे लिवर का आकार बदलने लगता है और उसका कार्य करने की क्षमता कमजोर हो जाती है. यह बीमारी बढ़ने पर लिवर पूरी तरह काम करना बंद कर सकता है, जिससे मरीज की मृत्यु तक हो सकती है.
1. अत्यधिक शराब का सेवन – यह लिवर सिरोसिस का सबसे बड़ा कारण माना जाता है.
2. हेपेटाइटिस बी और सी संक्रमण – यह वायरस लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं.
3. जंक फूड और अनहेल्दी डाइट– अधिक तले-भुने और प्रोसेस्ड फूड खाने से फैटी लिवर और सिरोसिस का खतरा बढ़ जाता है.
4. अनुवांशिक रोग– कुछ लोगों में यह बीमारी अनुवांशिक रूप से होती है.
5. मोटापा और डायबिटीज – शरीर में अधिक चर्बी जमा होने से लिवर को नुकसान हो सकता है.
6. दवाइयों का अधिक सेवन– दर्द निवारक और एंटीबायोटिक्स का अनियंत्रित उपयोग भी लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है.
स्वस्थ आहार अपनाएं – ताजे फल, सब्जियां और कम वसा वाले खाद्य पदार्थ खाएं.
शराब और धूम्रपान से बचें – यह लिवर के लिए सबसे बड़ा खतरा है.
वायरल हेपेटाइटिस से बचाव करें– हेपेटाइटिस बी और सी के टीके जरूर लगवाएं.
नियमित व्यायाम करें – मोटापे से बचने के लिए फिजिकल एक्टिविटी को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
दवाओं का संतुलित उपयोग करें– बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयों का सेवन न करें.
लिवर सिरोसिस एक घातक लेकिन बचाव योग्य बीमारी है. खासतौर पर युवाओं और किशोरों में इसका बढ़ता प्रभाव चिंताजनक है. सही जीवनशैली अपनाकर, शराब और जंक फूड से बचकर और समय-समय पर लिवर की जांच कराकर इस बीमारी से बचा जा सकता है. अगर आपको कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.