Difference Between Cardiac Arrest And Heart Attack: सर्दियों में हृदय से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं. कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक दो ऐसी समस्याएं हैं जो अक्सर लोगों को भ्रमित करती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दोनों में क्या अंतर है?
कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हृदय अचानक काम करना बंद कर देता है. इसमें हृदय धड़कना बंद कर देता है और महत्वपूर्ण अंगों तक रक्त पंप करना बंद कर देता है. इस केस में मरीज की मृत्यु कुछ ही मिनट में हो जाती है.
चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी, सीने में दर्द, बाहों या पैरों में दौरे पड़ना और एक घंटे पहले मतली या उल्टी जैसे लक्षण महसूस होना.
हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय को दिल का दौरा पड़ने का खतरा हो जाता है. यह प्लाक धमनियों को संकरा बना सकता है, जिससे हृदय तक रक्त का प्रवाह कम हो सकता है या पूरी तरह से रुक सकता है.
सीने में दर्द या दबाव महसूस होना, सांस लेने में परेशानी, पसीना आना, सीने में जकड़न महसूस होना, कंधे, गर्दन, हाथ या जबड़े में दर्द फैलना, और मतली या उल्टी के साथ या उसके बिना लक्षण दिखना.
डॉ. अनुज कुमार ने इसको आसान भाषा में बताया है चलिए उनके नजरिए से जानते है की आखिर क्या हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट.
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट
हाल के दिनों में हम लोग ये दोनों शब्दों को सुनते आ रहे हैं । अक्सर लोग दोनों को एक ही चीज़ समझते हैं बल्कि दोनों बिलकुल अलग अलग चीज़ें हैं।
हम ज़्यादा टेक्निकल ना जा कर सामान्य शब्दों में समझने की कोशिश करेंगे।
चलिये समझने के लिये हम हृदय को एक… pic.twitter.com/wr23c2fCaa
— Dr Anuj Kumar (@dranuj_k) March 19, 2025
कार्डियक अरेस्ट में हृदय अचानक काम करना बंद कर देता है, जबकि हार्ट अटैक में हृदय को दिल का दौरा पड़ने का खतरा हो जाता है. कार्डियक अरेस्ट के लक्षण अधिक गंभीर होते हैं और इसमें मरीज की मृत्यु कुछ ही मिनट में हो जाती है, जबकि हार्ट अटैक में मरीज को सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं.