सर्दियों में शरीर के कई अंग और तंत्र अधिक संवेदनशील हो जाते हैं, खासकर जब बात यूरिक एसिड की हो. यूरिक एसिड शरीर में प्यूरीन के टूटने से बनता है.
इसका उच्च स्तर गाउट (गठिया) और जोड़ों में दर्द जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है. ठंड के मौसम में कई खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं, और इनमें से एक है अधिक प्रोटीन और प्यूरीन युक्त आहार, खासकर रेड मीट और सी फूड.
रेड मीट और मछली में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में यूरिक एसिड का उत्पादन बढ़ा देती है. ठंड के दौरान, लोग अक्सर गरमागरम और भारी खाने की ओर आकर्षित होते हैं, जिससे यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. इसके साथ ही शराब और बीयर का सेवन भी यूरिक एसिड को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है.
डॉक्टरों के अनुसार, जो लोग पहले से ही यूरिक एसिड की समस्या से ग्रस्त हैं, उन्हें ठंड में इन खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए. रेड मीट, मछली, और बीयर का सेवन शरीर के मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है और यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स जोड़ों में जमा हो जाते हैं. इससे सूजन, दर्द और चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है.
इसके बजाय, ठंड में यूरिक एसिड नियंत्रित रखने के लिए हल्का और संतुलित आहार लेना चाहिए. हरी सब्जियां, फल, और पर्याप्त पानी पीने से यूरिक एसिड को प्राकृतिक रूप से शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है. विटामिन सी युक्त फलों जैसे संतरा, नींबू और कीवी का सेवन भी लाभकारी होता है.
योग और हल्का व्यायाम ठंड में रक्त संचार को सुधारने और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. डॉक्टरों की सलाह है कि किसी भी प्रकार के दर्द या सूजन की स्थिति में तुरंत मेडिकल सहायता लें.
याद रखें, ठंड में खुद को स्वस्थ रखने के लिए सही आहार का चयन करना बहुत जरूरी है. अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं, तो अपने खाने में बदलाव करके अपनी सेहत का ख्याल रखें.