सर्दियों में बढ़ जाता है हार्ट ब्लॉकेज का खतरा, इन लक्षणों से करें पहचान, किया नजरअंदाज तो भुगतना पड़ेगा भारी अंजाम

सर्दियों का मौसम न केवल ठंडी हवाएं और ठिठुरन लाता है, बल्कि यह दिल की बीमारियों का जोखिम भी बढ़ा देता है. विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में हार्ट ब्लॉकेज के मामले अन्य मौसमों की तुलना में अधिक सामने आते हैं. यह समस्या ठंड के कारण रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होने और रक्तचाप बढ़ने से होती है. समय पर जागरूकता और सावधानी बरतकर इस खतरे से बचा जा सकता है.

Pinteres

Heart Blockage Causes: सर्दियों का मौसम अपने साथ ठंडी हवाओं और कम तापमान के साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी लाता है. इनमें से एक बड़ी समस्या है हार्ट ब्लॉकेज का खतरा. ठंड के कारण ब्लड वेसल्स संकरी हो जाती हैं, जिससे रक्त संचार बाधित होता है.

यह स्थिति हार्ट अटैक या अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का कारण बन सकती है.

हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण  

हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर इलाज कराना बेहद जरूरी है. निम्नलिखित लक्षणों पर ध्यान दें;
1. सीने में दर्द या भारीप: छाती में दर्द, दबाव या जलन ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है.
2. सांस लेने में कठिनाई: थोड़ी भी शारीरिक मेहनत करने पर सांस फूलने लगती है.
3.थकावट और कमजोरी: सामान्य दिनचर्या में भी अधिक थकावट महसूस होती है.
4.हाथों और कंधों में दर्द: खासतौर पर बाएं हाथ में दर्द महसूस होना.
5.पसीना आना: ठंड के बावजूद अत्यधिक पसीना आना.
6.गहरी चिंता या बेचैनी: अनजानी घबराहट या बेचैनी.

सर्दियों में क्यों बढ़ता है खतरा?  

ठंड के मौसम में शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है. इसके साथ ही ठंडा मौसम रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है. इसके अलावा, सर्दियों में शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है.

बचाव के उपाय  

1.संतुलित आहार लें: अपने आहार में हरी सब्जियां, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करें.
2.शारीरिक गतिविधि: ठंड के बावजूद नियमित रूप से व्यायाम करें.
3.धूम्रपान और शराब से बचें: यह दिल की सेहत पर बुरा असर डालते हैं. 
4.तनाव प्रबंधन: ध्यान और योग से मानसिक तनाव कम करें.
5.ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं: नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं.

सर्दियों में हार्ट ब्लॉकेज का खतरा अधिक होता है, लेकिन सही जानकारी और समय पर लक्षण पहचान कर इससे बचा जा सकता है. अपनी सेहत का ख्याल रखें और सर्दियों का आनंद सुरक्षित रूप से लें. अगर उपरोक्त लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें.