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असल में क्या है Diabetes? इसके लक्षण, रोकथाम के बारे में आसान भाषा में DASG से जानें

डायबिटीज एक गंभीर स्थिति हो सकती है, लेकिन सही खानपान, नियमित व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव के साथ इसे नियंत्रित किया जा सकता है. यदि समय रहते डायबिटीज का निदान हो जाए और उचित उपचार किया जाए तो इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है.

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Edited By: Reepu Kumari
What exactly is diabetes? Learn about its symptoms and prevention in simple language from DASG
Courtesy: Pinterest

डायबिटीज इंडिया- वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ डायबिटीज और डायबिटीज इन एशिया स्टडी ग्रुप (DASG) ने 13 फरवरी से 16 फरवरी तक अहमदाबाद में एक सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें समाज में डायबिटीज की देखभाल और जागरूकता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई. भारत और विदेश के 250 डॉक्टरों को फेलोशिप वितरित की गई और डायबिटीज अनुसंधान, शिक्षा और जागरूकता पहल (भारत के विभिन्न राज्यों से प्रत्येक) के लिए 20 डॉक्टरों को पुरस्कार दिए गए. 

एनसीआर-दिल्ली से चुना गया. पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय डायबिटीज फेडरेशन (IDF) के अध्यक्ष डॉ पीटर श्वार्ज और भारत के प्रख्यात वरिष्ठ चिकित्सकों - डॉ वी. मोहन (चेन्नई), डॉ शशांक जोशी (मुंबई), डॉ बंशी साबू (अहमदाबाद) और अन्य आयोजक सदस्यों द्वारा दिया गया.

क्या है और इसके लक्षण और रोकथाम के उपाय

डायबिटीज, जिसे मधुमेह भी कहा जाता है, एक गंभीर बीमारी है जो शरीर के रक्त में शर्करा (ग्लूकोज़) की उच्च मात्रा के कारण होती है. यह शरीर के इंसुलिन का सही इस्तेमाल न करने की वजह से उत्पन्न होती है. इंसुलिन, एक हार्मोन है जो पैनक्रियास द्वारा उत्पन्न होता है और शरीर में शर्करा को नियंत्रित करता है. डायबिटीज के प्रकारों में टाइप 1 और टाइप 2 प्रमुख हैं, जिनकी पहचान और उपचार अलग होते हैं.

डायबिटीज के प्रकार

टाइप 1 डायबिटीज: यह प्रकार मुख्य रूप से बच्चों और किशोरों में पाया जाता है, जिसमें पैनक्रियास इंसुलिन का उत्पादन बंद कर देता है. इसका उपचार इंसुलिन इन्जेक्शन के माध्यम से किया जाता है.

टाइप 2 डायबिटीज: यह प्रकार वयस्कों में ज्यादा होता है और इसे जीवनशैली और खानपान के कारण बढ़ने का खतरा होता है. इस बीमारी में शरीर सही तरीके से इंसुलिन का उपयोग नहीं कर पाता.

डायबिटीज के लक्षण

डायबिटीज के लक्षण समय-समय पर बदल सकते हैं, लेकिन सामान्यत: इसके लक्षण निम्नलिखित होते हैं;

  • अत्यधिक प्यास लगना
  • बार-बार पेशाब आना
  • थकान और कमजोरी महसूस होना
  • आंखों में धुंधला दिखाई देना
  • घावों का धीमा ठीक होना
  • वजन का अचानक बढ़ना या घटना

अगर ये लक्षण दिखाई दें, तो समय रहते डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि सही समय पर इलाज से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है.

डायबिटीज की रोकथाम

डायबिटीज की रोकथाम के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं;

स्वस्थ आहार: संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना चाहिए. फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले प्रोटीन का सेवन बढ़ाना चाहिए.

नियमित व्यायाम: प्रतिदिन 30 मिनट की हल्की-फुल्की कसरत जैसे चलना, तैराकी या योगा करना फायदेमंद है. यह शरीर में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.

वजन नियंत्रण: अधिक वजन से बचना और स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है. मोटापे से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.

धूम्रपान और शराब से बचाव: इन दोनों आदतों से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है.