भूलकर भी न खाएं काले प्लास्टिक कंटेनर में खाना, सेहत की बज जाएगी बैंड; एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी
Cancer Health Tips: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया है कि काले प्लास्टिक कंटेनर सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. अब कई लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या काले प्लास्टिक कंटेनर से खाना पकाना या उसमें भोजन रखना सुरक्षित है?

Side Effects Of C: भारत में कई रेस्तरां हैं जो काले प्लास्टिक कंटेनरों में खाने डेलिवर करते हैं. इन काले प्लास्टिक कंटेनरों को लोग फेंकने की जगह उसमें बार-बार खाना स्टोर करने के लिए यूज करने लग जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है काले प्लास्टिक कंटेनर इस्तेमाल करने की वजह से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया है कि काले प्लास्टिक कंटेनर सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. अब कई लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या काले प्लास्टिक कंटेनर से खाना पकाना या उसमें भोजन रखना सुरक्षित है?
काले प्लास्टिक के नुकसान
काले प्लास्टिक का इस्तेमाल आमतौर पर फूड ट्रे, कंटेनर और अन्य प्लास्टिक सामान बनाने में होता है. यह प्लास्टिक अक्सर रीसायकल किए गए इलेक्ट्रॉनिक्स से बना होता है और इसमें कुछ केमिकल्स डाले जाते हैं ताकि यह आग से बच सकें. लेकिन इन केमिकल्स, जैसे कि decaBDE का उपयोग इस प्लास्टिक में होता है जो आपके खाने में घुल सकते हैं, खासकर जब खाना गर्म, चटपटा या एसिडिक होता है.
क्या काले प्लास्टिक से कैंसर हो सकता है?
हाल ही में एक स्टडी में पाया गया है कि 203 काले प्लास्टिक प्लास्टिक की जांच की तो 85 प्रतिशत में खतरनाक केमिकल्स तत्व थे. एक्सपर्ट्स का कहना है कि काले प्लास्टिक में मौजूद इन केमिकल्स से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. डॉ. अरविंद बादिगर के अनुसार, ये केमिकल्स कैंसर और हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं.
इसके अलावा, काले प्लास्टिक में BPA (बिस्फेनॉल A) और फथैलेट्स जैसे केमिकल्स भी हो सकते हैं जो हृदय रोग, मधुमेह और प्रजनन समस्याओं से जुड़े होते हैं.
काले प्लास्टिक के नुकसान
- हार्मोनल असंतुलन: BPA और फथैलेट्स जैसे केमिकल्स शरीर के हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे प्रजनन स्वास्थ्य, मोटापा और डायबिटीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
- न्यूरोलॉजिकल प्रभाव: काले प्लास्टिक के कुछ तत्व बच्चों में मानसिक और शारीरिक विकास में देरी और न्यूरोलॉजिकल विकार पैदा कर सकते हैं.
- पर्यावरण पर प्रभाव : काले प्लास्टिक को रीसायकल करना मुश्किल होता है और यह अक्सर लैंडफिल या इन्सिनरेटर में समाप्त हो जाता है, जिससे जहरीले पदार्थ वायुमंडल में फैलते हैं.
- माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण: काले प्लास्टिक के माइक्रोप्लास्टिक खाद्य, पानी और हवा में घुलकर शरीर में सूजन और cellular नुकसान का कारण बन सकते हैं.
क्या उपयोग करना बंद कर देना चाहिए?
विशेषज्ञों का कहना है कि काले प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करना चाहिए, खासकर खाना रखने और गर्म करने में. इसके बजाय, कांच या स्टेनलेस स्टील जैसे सुरक्षित ऑप्शन का उपयोग करना ज्यादा अच्छा है. माइक्रोवेव में कभी भी काले प्लास्टिक कंटेनरों का उपयोग नहीं करना चाहिए. यह न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है, बल्कि लंबे समय तक इसके संपर्क में आना आपके लिए समस्याएं पैदा कर सकता है.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.