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'हम हर रविवार को आपका खाना खाते हैं...', कौन हैं शांतेरी नायक जिनके अनंत-राधिका ने छुए पैर

अंबानी परिवार के सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी की बड़ी ही धूमधाम से शादी हुई. बताया जा रहा है कि मुकेश अंबानी ने अपने बेटे की शादी में 2500 करोड़ रुपए खर्च किए. इस शाही शादी में देश-दुनिया के सभी रईसजादे शामिल हुए. बता दें कि अंबानी एशिया के सबसे अमीर शख्स हैं.

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Edited By: India Daily Live
Who is Shanteri Nayak whose feet were touched by Anant Ambani and Radhika Merchant?
Courtesy: social media

Anant-Radhika Wedding: हाल ही में अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की धूमधाम से शादी हुई. इस शाही शादी में भारत सहित दुनिया की नामचीन हस्तियां शामिल हुईं. अभी तक दोनों की शादी का सेलिब्रेशन चल रहा है. इसी बीच उनके रिसेप्शन का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अनंत और राधिका एक बुजुर्ग महिला के पैर छूते और उसे  आदर सम्मान देते हुए नजर आ रहे हैं. यह वीडियो बताता है कि मुकेश अंबानी ने अपने बच्चों को कैसे संस्कार दिए हैं. लोगों के मन में यह जानने की चाहत है कि आखिर यह बुजुर्ग महिला है कौन जिसे यह नवविवाहित जोड़ा इतना सम्मान दे रहा है.

कैफे मैसूर की मालकिन हैं शांतेरी नायक

तो आपको बता दें कि कि ये बुजुर्ग महिला कोई और नहीं बल्कि माटुंगा के मशहूर 'कैफे मैसूर' की मालकिन  शांतेरी नायक हैं. शांतेरी नायक के पैर छूते हुए अनंत अंबानी और राधिका ने कहा, 'हम हर रविवार को आपका खाना खाते हैं.' उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नायक का आभार व्यक्त किया. 

अक्सर यहीं खाना खाता है अंबानी परिवार

आनंद पिरामल और श्लोका मेहता ने भी शांतेरी नायक का हाथ जोड़कर स्वागत किया. बता दें कि कैफे मैसूर अंबानी परिवार के लिए बेहद खास है. इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने बताया थी कि 1975-79 के बीच जब वो माटुंगा स्थित रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईसीटी) से केमिकल इंजीनियरिंग कर रहे थे तब वे अक्सर कैफे मैसूर में खाना खाया करते थे. उन्होंने कहा था कि उनका परिवार आज भी वहां से इडली डोसा ऑर्डर करता है और सप्ताह में एक बार वहां जरूर जाता है.

माटुंगा का सबसे पुराना रेस्टोरेंट

1936 में बना कैफे मैसूर माटुंगा के सबसे पुराने रेस्टोरेंट में से एक है. कर्नाटक के मैंगलोर के अक्कर गांव में जन्मे राम नायक ने इस कैफे की स्थापना की थी.  यह कैफे मुंबई में साउथ इंडियन फूड का एक पॉपुलर विरासत स्थल बना हुआ है. राम नायक ने पढ़ाई छोड़कर इडली-डोसा बेचना शुरू किया था. कुछ सालों बाद उन्होंने माटुंगा में अपना पहला रेस्टोरेंट खोला था.