'महाराज' की चरण सेवा पर मचा हंगामा, समझिए अंगूठा दबाकर कैसे होता था 'गंदा काम'

Charan Seva: जुनैद खान की फिल्म महाराज जिसकी इन दिनों काफी चर्चा हो रही है. इस फिल्म के जरिए आपको एक ऐसी प्रथा के बारे में पता चलेगा जो आपको हिलाकर रख देगी. फिल्म में एक चरण सेवा की प्रथा होती है जिसमें महिलाएं और लड़कियों के साथ गंदा काम होता था. तो चलिए जानते हैं कि क्या है चरण सेवा?

Social Media
India Daily Live

Charan Seva: हाल ही में आमिर खान के बड़े बेटे जुनैद खान ने एक्टिंग में डेब्यू किया था. इस फिल्म में जुनैद खान की एक्टिंग का हर कोई दीवाना हो गया है. महाराज की रिलीज के पहले इसका जमकर विरोध हुआ और विरोध करने की वजह थी फिल्म की कहानी. दरअसल, फिल्म की कहानी ब्रिटिश काल की दिखाई गई है जिसमें एक बड़े पुजारी की कहानी है जिसकी भक्ति में लोग इतने अंधें हो गए हैं कि उन्हें सही गलत में फर्क नहीं समझ आता है और वो जो कहते हैं आंख बंद करके विश्वास कर लेते हैं.

फिल्म की कहानी को देखकर आपको एक बार आश्रम की याद तो जरूर आएगी जो कि लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करता है. इस बाबा के लिए लोगों के आंखों में जो पट्टी बंधी होती हैं इसको ही खोलने का काम 19वीं सदी के एक पत्रकार-कार्यकर्ता और सुधारक करसन दास करते हैं. 

क्या है चरण सेवा?

फिल्म Maharaj को देखने के बाद आपको एक ऐसी प्रथा के बारे में पता चलेगा जिसको सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे. जी हां हम 'चरण सेवा' की बात कर रहे हैं जिसको लेकर करसन दास लोगों को जागरूक करते हैं. ये एक ऐसी प्रथा है जिसको सुनते ही आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. तो चलिए जानते हैं कि क्या है चरण सेवा? 

चरण सेवा जो अपने शब्द के अर्थ के बिल्कुल उल्टा है. इस सेवा के नाम पर महिलाओं और लड़कियों का शोषण होता है. इस चरण सेवा में नाबालिग लड़कियां भी हिस्सा बनती है. चरण सेवा के लिए बाबा जिस लड़की या महिला को चुनते थे उसका हाथ पकड़कर उसका अंगूठा अपने हाथों से दबा देते थे और अंधभक्ति का आलम देखिए कि जिस लड़की को बाबा चुनते थे उसके घर में खुशियों के कारण मिठाई बनती थी.

इतना ही नहीं जब महिला या लड़की चरण सेवा देने जाती थी तो बाबा उसके साथ शारीरिक संबंध बनाते थे और इसके कारण कई बार महिलाएं प्रेग्नेंट हो जाती है लेकिन वह इसको बाबा का आशीर्वाद समझकर रख लेती थीं. इसके अलावा, कुछ भक्त तो इसके पैसे देकर इस चरण सेवा को अपनी आंखों से देखते थे और ये सब देखने के बाद उनके चेहरे पर खुशी होती थी.

फिल्म में शालिनी पांडे(Shalini Pandey) जो कि जुनैद खान यानी करसन दास की मंगेतर बनी हैं. शालिनी पांडे उर्फ किशोरी बचपन से ही जेजे की भक्ति में इतना अंधी हो चुकी होती हैं कि जब बाबा उसको चरण सेवा के लिए चुनते हैं तो वह खुशी से झूम उठती है.