सलमान खान के बाद अब शाहरुख खान के करीबी का निधन, जीवन में था बड़ा योगदान
शाहरूख खान के करीबी एरिक स्टीव डिसूजा का निधन हो गया है. डिसूजा ने अभिनेता खान को दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल में पढ़ाया था. उन्होंने शिलांग के सेंट एडमंड स्कूल और पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मंगलुरु, असम और मेघालय में क्रिश्चियन ब्रदर्स मण्डली द्वारा संचालित स्कूलों में भी कई साल बिताए थे.
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान सहित कई लोगों के मार्गदर्शक भाई एरिक स्टीव डिसूजा का गोवा में सेवानिवृत्त भाइयों के लिए बने वृद्धाश्रम में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वह 74 वर्ष के थे. उनके पार्थिव शरीर को शिलांग ले जाया जाएगा, जहां उन्होंने कई वर्षों तक अध्यापन किया. डिसूजा का अंतिम संस्कार बुधवार को होगा. कई बार सोशल मीडिया पर शाहरुख से ये अपील की गई कि वे अपने बीमार टीचर से मिलें. लेकिन ऐसा नहीं हो सका और ब्रदर एरिक स्टीव ने दुनिया को अलविदा कह दिया.
डिसूजा को तीन दशकों से जानते रहे उनके मण्डली के एक भाई ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, 'भाई डिसूजा का निधन रविवार को दोपहर 1.20 बजे गोवा के रेजिना मुंडी में शांति निवास में हुआ. वह पार्किंसंस बीमारी से जूझ रहे थे और हाल के महीनों में कुछ अन्य जटिलताओं के कारण भी उनका स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा था. उनका शव फिलहाल गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मुर्दाघर में है.'
एरिक स्टीव डिसूजा का निधन
डिसूजा, जिन्हें प्यार से दासू कहा जाता है, ने शाहरुख खान को अभिनेता के शुरुआती सालों के दौरान दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल में पढ़ाया था. उन्होंने शिलांग के सेंट एडमंड्स स्कूल और पश्चिम बंगाल , दिल्ली, मंगलुरु, असम और मेघालय में क्रिश्चियन ब्रदर्स मण्डली द्वारा संचालित स्कूलों में भी कई साल बिताए थे.
डिसूजा के भाई ने क्या कहा?
मीडिया से बातचीत में डिसूजा के भाई ने कहा, 'डिसूजा नाटक लिखने उसमें संगीत देने और कलाकार तक के नृत्य सभी को खुद से आकार देते थे. उन्होंने कंप्यूटर पर 'चिप इन' नामक एक किताब भी लिखी थी, जो इस विषय पर सबसे शुरुआती ग्रंथों में से एक थी. वह एक महान शिक्षक थे'. उन्होंने आगे कहा, शाहरुख खान ने 2000 के दशक के चैट शो जीना इसी का नाम है.. के पहले एपिसोड में अपने जीवन पर डिसूजा के प्रभाव को याद किया. जिसे दिवंगत अभिनेता फारूक शेख ने होस्ट किया था. इसमें अभिनेता ने अपने पूर्व शिक्षक को अपने जीवन का मार्गदर्शक प्रकाश और एकमात्र व्यक्ति बताया, जिसे वह अपना आदर्श मानते थे.
मुख्यमंत्री संगमा ने जताया दुख
सीएम संगमा ने आगे लिखा- 'एक डेडीकेटेड ईसाई ब्रदर के तौर पर उनकी भावना ने प्रोविडेंस स्कूल की स्थापना की, जो वंचित बच्चों के लिए आशा की किरण है. ब्रदर डिसूजा की इंस्पायरिंग विरासत उनके परिवार, क्रिश्चियन ब्रदर्स मण्डली और उन अनगिनत जिंदगियों को सांत्वना दे, जिन्हें उन्होंने शिक्षा और करुणा के जरिए बदल दिया. उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले.'