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India Daily

24 साल की साउथ कोरियन एक्ट्रेस किम से-रॉन की सुसाइड के पीछे छुपा है ये बड़ा 'राज'! सदमे में फैंस

रॉन की आत्महत्या किम से जुड़ी एक दुखद घटना है, जो दक्षिण कोरिया के युवा सितारों की मौतों की बढ़ती हुई चिंताजनक श्रृंखला में एक और कड़ी जोड़ती है. वहीं किम से-रॉन की अचानक मौत से इंडस्ट्री में मातम पसर गया है.

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Edited By: Ritu Sharma
South Korea Celebrity Suicide
Courtesy: Social Media

South Korea Celebrity Suicide: दक्षिण कोरिया का मनोरंजन उद्योग दुनिया भर में अपनी चमक और प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके पीछे छिपी कड़वी सच्चाई कई बार दिल दहला देने वाली होती है. हाल के वर्षों में युवा सेलेब्रिटीज की आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या ने इस उद्योग की कड़ी वास्तविकता को उजागर किया है. बता दें कि रविवार (16 फरवरी) को 24 वर्षीय अभिनेत्री किम से रॉन की आत्महत्या ने फिर से इस गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान खींचा है.

सेलेब्रिटीज पर आदर्श छवि बनाए रखने का दबाव

आपको बता दें कि दक्षिण कोरिया में सेलेब्रिटीज केवल मनोरंजन के साधन नहीं होते, बल्कि समाज में आदर्श व्यक्तित्व के रूप में देखे जाते हैं. के-पॉप आइडल, अभिनेता और अभिनेत्रियां हर समय अपनी छवि को बेदाग बनाए रखने के लिए बाध्य होते हैं. उनका हर कदम, उनके फैशन, सोशल मीडिया पोस्ट और निजी जीवन से जुड़े फैसले जनता की पैनी नजर में रहते हैं.

इस 'आदर्श' छवि को बनाए रखने का दबाव कई बार इतना अधिक बढ़ जाता है कि सेलेब्रिटीज मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं. उनकी एजेंसियां भी कठोर अनुशासन लागू करती हैं, जिसमें डेटिंग प्रतिबंध, मीडिया प्रशिक्षण और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर सख्त नियंत्रण शामिल होता है.

आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या

वहीं किम से रॉन उन युवा सितारों की सूची में शामिल हो गई हैं जिन्होंने अपार सफलता के बावजूद आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठाया. इससे पहले भी कई मशहूर हस्तियाँ इसी दबाव के कारण अपनी जान गंवा चुकी हैं:-

  • मूनबिन (2023) - लोकप्रिय बॉय ग्रुप एस्ट्रो के सदस्य थे और प्रसिद्धि के मानसिक बोझ से जूझ रहे थे.
  • जोंगह्युन (2017) - शाइनी ग्रुप के प्रमुख गायक थे, जिन्होंने अवसाद के चलते आत्महत्या कर ली.
  • गू हारा (2019) - साइबरबुलिंग और निजी जीवन में दखलंदाजी के कारण गहरे मानसिक तनाव में थीं.
  • पार्क योंग हा (2010) - भारी भावनात्मक संकट और करियर के दबाव के कारण आत्महत्या कर ली.
  • जंग जा योन (2009) - प्रबंधन कंपनी द्वारा मानसिक और शारीरिक शोषण का शिकार बनीं.
  • चा इन हा (2019) - 'लव विद फ्लॉज़' के अभिनेता थे, जिन्होंने आत्महत्या कर ली.
  • ली सन-क्यून - 'पैरासाइट' फिल्म में अभिनय करने वाले अभिनेता, जिनकी हाल ही में आत्महत्या से मृत्यु हो गई.

कैंसल कल्चर और साइबरबुलिंग का बढ़ता असर

बताते चले कि दक्षिण कोरियाई सेलेब्रिटी कल्चर में 'कैंसल कल्चर' और साइबरबुलिंग भी बड़े कारक बनकर उभरे हैं. समाज अपने सेलेब्रिटीज़ से उच्च नैतिक मानकों की अपेक्षा करता है और जरा-सी गलती भी उनके करियर को बर्बाद कर सकती है. कई सेलेब्रिटी सार्वजनिक बहिष्कार, सोशल मीडिया हमलों और आलोचना का शिकार होते हैं. इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित होता है और कई बार यह आत्महत्या की ओर ले जाता है.

सेलेब्रिटीज पर दास अनुबंधों का बोझ

दक्षिण कोरियाई मनोरंजन उद्योग को लंबे समय से "दास अनुबंधों" के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इन अनुबंधों में कलाकारों को बेहद कठिन और अनुशासनात्मक नियमों का पालन करना पड़ता है, जिससे वे भारी मानसिक और शारीरिक दबाव में रहते हैं. ये अनुबंध आमतौर पर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की परवाह किए बिना अत्यधिक काम करने के लिए मजबूर करते हैं. निजी जीवन के लिए बहुत कम जगह होती है और करियर को बचाए रखने का तनाव उन्हें मानसिक रूप से कमजोर बना देता है.

दक्षिण कोरिया में आत्महत्या दर दुनिया में सबसे अधिक

आपको बता दें कि दक्षिण कोरिया की आत्महत्या दर दुनिया में सबसे ज्यादा है, खासकर युवाओं में. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2020 में दक्षिण कोरिया में प्रति 1,00,000 लोगों पर आत्महत्या से 24.3 मौतें हुईं, जो वैश्विक औसत 10.5 से दोगुनी हैं. सेलेब्रिटीज़ के आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या इस देश में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सुधार की जरूरत को दर्शाती है.

बदलाव की उम्मीद

हालांकि, मनोरंजन उद्योग धीरे-धीरे मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझने लगा है. कई सेलेब्रिटीज़ अब अपने संघर्षों को खुलकर साझा कर रहे हैं और दूसरों को मदद लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. हालांकि, अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है. यह आवश्यक है कि मनोरंजन एजेंसियाँ अपने कलाकारों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और एक सहायक वातावरण तैयार करें.

हेल्पलाइन नंबर (यदि आपको सहायता की आवश्यकता है)

वांड्रेवाला फाउंडेशन – 9999666555 / [email protected]
टीआईएसएस आईकॉल – 022-25521111 (सोमवार-शनिवार: सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक)
यदि आप या आपका कोई परिचित मानसिक तनाव से गुजर रहा है, तो कृपया किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें.