Revanth Reddy and Allu Arjun: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने तेलुगू सुपरस्टार अल्लू अर्जुन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में हुई भगदड़ के दौरान एक महिला की मौत और उसके बेटे के घायल होने के मामले में रेड्डी ने एक्टर पर कानून तोड़ने और प्रशासनिक आदेशों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है.
रेवंत रेड्डी ने कहा कि पुष्पा 2 के प्रीमियर के लिए आयोजित स्क्रीनिंग कार्यक्रम में भारी भीड़ जमा होने के बावजूद अल्लू अर्जुन ने बिना पुलिस अनुमति के थिएटर का दौरा किया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक्टर की वजह से भगदड़ जैसी स्थिति बनी और पुलिस ने उन्हें जबरन थिएटर से बाहर निकाला. रेड्डी ने दावा किया कि एक्टर ने अपनी कार की सनरूफ से खड़े होकर फैंस को हाथ हिलाया, जिससे भीड़ में और उन्माद फैल गया.
आरोपों का जवाब देते हुए अल्लू अर्जुन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन दावों को खारिज किया. उन्होंने कहा, 'मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं. पुलिस ने हमें कोई निर्देश नहीं दिए कि अनुमति नहीं है. अगर ऐसा होता, तो मैं तुरंत कार्यक्रम स्थल छोड़ देता.'
Revanth reddy cheppindhe 💯 % correct 👍
— S U N N Y ᴹᵃʰᵃʳᵃᵃʲ (@NSTC9999) December 21, 2024
I Support @revanth_anumula 🔥#RevanthReddy pic.twitter.com/glSc1y3cOn
उन्होंने यह भी साफ किया कि यह कोई रोड शो नहीं था, बल्कि थिएटर के पास फैंस की भीड़ थी. एक्टर ने कहा कि वे पूरी तरह से पुलिस के निर्देशों का पालन कर रहे थे.
इस हादसे में एक 35 साल की एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका आठ साल का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. किम्स अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, बच्चा अब बिना किसी बाहरी ऑक्सीजन के स्थिर है और उसकी न्यूरोलॉजिकल स्थिति भी बेहतर है.
रेड्डी ने एक्टर के व्यवहार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, 'जब तक एक्टर वहां थे, भीड़ बेकाबू रही. उन्हें तुरंत कार्यक्रम स्थल छोड़ देना चाहिए था.' इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'जबतक मैं सत्ता में हूं...ये सब बर्दाश्त नहीं करूंगा। फिल्मो को मौका मिलेगा लेकिन किसी की जान से बढ़कर कुछ नहीं है.' उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से भी अपील की कि वे इस तरह के अमानवीय व्यवहार से बचें. वहीं, तेलंगाना हाई कोर्ट ने अल्लू अर्जुन को चार सप्ताह की अंतरिम जमानत दी और उन्हें 14 दिसंबर को जेल से रिहा कर दिया गया.
घटना के बाद, सरकार ने बिना अनुमति के 'लाभ शो' आयोजित करने के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया. सिनेमेटोग्राफी मंत्री ने मृत महिला के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की और बच्चे की देखभाल का आश्वासन दिया.
यह मामला अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है. जहां एक ओर एक्टर के फैंस उनके समर्थन में हैं, वहीं दूसरी ओर, कई लोग प्रशासन की लापरवाही और अभिनेता के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं.