Meena Ganesh Passes Away: मशहूर फिल्म और टेलीविजन एक्ट्रेस मीना गणेश का निधन हो गया है. वह 81 साल की थीं. आज सुबह शोरनूर पीके दास अस्पताल में उनका निधन हुआ, जहां पिछले पांच दिनों से उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन की खबर फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि उन्होंने भारतीय सिनेमा में अपने लंबे सफर के दौरान 100 से ज्यादा फिल्मों, 25 धारावाहिकों और कई नाटकों में में शानदार अभिनय किया था. उनकी अभिनय यात्रा में फिल्मों और धारावाहिकों दोनों में उन्हें एक जाना स्थान हासिल था.
मीना गणेश का जन्म 1942 में पलक्कड़ के कल्लेकुलंगरा में हुआ था. वह तमिल सिनेमा के जाने माने एक्टर केपी केशवन की बेटी थीं. बचपन से ही उनका अभिनय से गहरा रिश्ता था, और उन्होंने अपने स्कूल के दिनों में ही नाटकों में अभिनय करना शुरू कर दिया था. वह तमिल और मलयालम सिनेमा की कुछ बड़ी फिल्मों में भी नजर आईं, जिनमें उनकी भूमिकाएं आज भी याद की जाती हैं.
मीना गणेश ने 1976 में मणिमुझक्कम फिल्म से सिल्वर स्क्रीन पर कदम रखा था, लेकिन 1991 में मुखचित्राम के माध्यम से वह पूरी तरह से सुर्खियों में आईं. इसके बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय रूप से काम करना शुरू किया और कई यादगार किरदार निभाए.
उनकी प्रमुख फिल्मों में वसंती, लक्ष्मी और नामी, नंदनम, मीसामाधवन और वलकन्नाडी जैसी फिल्मों का नाम प्रमुख है. इन फिल्मों में उनकी अदाकारी ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई. इसके अलावा, मीना गणेश ने पुनराधिवासम, नंदी, और करुमदिकुट्टन जैसी फिल्मों में भी अहम रोल निभाए, जो आज भी दर्शकों को याद हैं.
मीना गणेश ने फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ नाटकों और थियेटर में भी अहम योगदान दिया. उन्होंने केपीएसी, एसएलपुरम सूर्यसोमा, चंगनास्सेरी गीता, कोट्टायम नेशनल थिएटर, और अंगमाली पौरनामी जैसे प्रसिद्ध थिएटरों में अभिनय किया.
उनकी एक्टिंग की शैली और नाटक के लिएउनकी दीवानगी ने उन्हें एक अलग ही पहचान दिलाई थी. इसके अलावा, मीना और उनके पति एएन गणेश ने शोरनूर में पौरनामी कलामंदिर नामक एक थियेटर समिति की शुरुआत की, जिससे उन्होंने स्थानीय कला को भी बढ़ावा दिया.
मीना गणेश को पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही थीं, जिसके बाद उन्हें शोरनूर पीके दास अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले पांच दिनों से उनका इलाज चल रहा था, लेकिन आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली.