यह एक अनोखी चोरी की कहानी है, जिसमें चोरों ने एक फिल्म निर्माता का राष्ट्रीय पुरस्कार वापस कर दिया, लेकिन उनका सोना और पैसा नहीं. इस चोरी का शिकार हुए फिल्म निर्माता का नाम है एम मणिकंदन, जो साउथ फिल्मों के लिए जाने जाते हैं.
एम मणिकंदन के चेन्नई के घर में चोरी की घटना हाल ही में हुई, जब वह और उनका परिवार घर पर नहीं थे. चोरों ने घर का ताला तोड़कर अंदर घुसे और घर में रखे सोने, पैसे और अन्य कीमती सामान को ले गए. लेकिन उन्होंने एक चीज छोड़ दी, जो उनके लिए बहुत मायने रखती थी. वह था एम मणिकंदन का राष्ट्रीय पुरस्कार, जो उन्होंने अपनी फिल्म ‘काका मुत्तई’ के लिए जीता था.
चोरों ने इस पुरस्कार को एक प्लास्टिक के बैग में डालकर घर के बाहर दीवार पर लटका दिया. इसके साथ ही उन्होंने एक चिट्ठी भी लिखी, जिसमें उन्होंने एम मणिकंदन से माफी मांगी. चिट्ठी में उन्होंने लिखा, “हमें माफ कर देना भैया, आपकी मेहनत आपकी है.” चोरों का कहना था कि उन्हें पता नहीं था कि वह एक राष्ट्रीय पुरस्कार है, और उन्हें बाद में पछतावा हुआ.
एम मणिकंदन और उनका परिवार इस चोरी के बारे में तब पता चला, जब उनके दोस्त उनके घर आए. उनके दोस्त उनके पालतू कुत्ते को खाना देने आए थे, जो उनके घर का एकमात्र साथी था. उन्होंने देखा कि घर का ताला तोड़ा हुआ है, और घर के अंदर का सामान बिखरा हुआ है. उन्होंने तुरंत एम मणिकंदन को फोन किया और उन्हें बताया कि उनके घर में चोरी हुई है.
एम मणिकंदन ने इस बात को पुलिस को रिपोर्ट किया, और पुलिस ने जांच शुरू कर दी. कुछ दिनों बाद, उन्हें अपना राष्ट्रीय पुरस्कार वापस मिला, जिससे उन्हें थोड़ी सांत्वना मिली. लेकिन उनका चोरी हुआ सोना और पैसा अभी तक नहीं मिला है. पुलिस अभी भी चोरों की तलाश में लगी हुई है.
एम मणिकंदन का फिल्मी करियर बहुत ही सफल रहा है. उन्होंने ‘काका मुत्तई’ के साथ अपनी पहचान बनाई, जो एक बच्चों की फिल्म थी, और उन्हें इसके लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. उन्होंने फिर ‘कुट्टराम थंडानई’ और ‘आनंदवन कट्टलाई’ जैसी फिल्में बनाई, जो दर्शकों और समीक्षकों को भाई. उनका अगला प्रोजेक्ट एक वेब सीरीज है, जो डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होने वाली है, और इसमें विजय सेतुपति का अभिनय है.
यह था एम मणिकंदन के घर में हुई चोरी का पूरा मामला, जिसमें चोरों ने उनका राष्ट्रीय पुरस्कार वापस कर दिया, लेकिन उनका सोना और पैसा नहीं. यह एक ऐसी घटना है, जिसे आपने शायद कभी नहीं सुना होगा.