सिद्धांत चतुर्वेदी ने बिना किसी गॉड फादर के भी अपने करियर को एक नया आयाम दिया है. इन्होंने बेहतरीन एक्टिंग करके ऑडियंस के दिल में एक अलग जगह बना ली. सिद्धांत चतुर्वेदी एक सिंपल फैमिली बैकग्राउंट से आते हैं. एक्टिंग से पहले सिद्धांत ने अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई की और बन गए. हालांकि, इसमें इनका ज्यादा दिन मन नहीं लगा और इन्होंने एक्टिंग की तरफ अपना रुख किया. इसके बाद धीरे-धीरे इन्होंने बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने के लिए मेहनत की और इसमें यह सफल रहे.
हालांकि, एक आउटसाइडर होने के बावजूद सिद्धांत के लिए इंडस्ट्री में जगह बनाना इतना आसान भी नहीं था. वेब शो, इनसाइड एज और बाद में ज़ोया अख्तर की गली बॉय से इन्हें फेम मिला. हालांकि, इस बीच सिद्धांत को कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा जिस कारण ये डिप्रेशन में भी चले गए थे. हाल ही में एक इंटरव्यू में सिद्धांत ने बताया कि उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए कितना संघर्ष किया है.
एक आउटसाइडर होने के नाते बॉलीवुड में सफर इतना आसान होता नहीं है जितना की आपको लगता है. हर दिन, हजारों लोग एक्टर बनने का सपना लेकर मुंबई आते हैं और कुछ के सपने साकार होते हैं तो कुछ बस मुंबई की सड़कों पर संघर्ष करते रह जाते हैं. ऐसा ही हाल, सिद्धांत का था जब तक इन्होंने फिल्म गली बॉय में 'एमसी शेर' का रोल नहीं कर लिया था उससे पहले इन्हें काफी रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था. जब एक्टर 21 साल के थे तब इन्होंने एक बड़े बैनर की प्रोडक्शन कंपनी के साथ अपनी पहली फिल्म साइन की थी.
सिद्धांत ने बताया था कि, "मैं उस वक्त 21-22 साल का था, मैंने एक फिल्म के लिए ऑडिशन दिया और मुझे उसमें रोल निभाने के लिए चुना गया था. वर्कशॉप छह महीने तक चली, इसलिए मैंने अपने बालों पर ध्यान देना शुरू कर दिया था और अपने रोल के अनुसार कपड़े पहनना शुरू कर दिया था. लेकिन बाद में फिल्म ही बंद हो गई.
इसके बाद मुझे काफी बड़ा झटका लगा क्योंकि मैं जब आइने में देखता तो मुझे मेरा वो रोल याद आता इसलिए मैंने अपने बाल ही मुंडवा लिए थे.