संजय लीला भंसाली की हीरामंडी देखने लायक है या नहीं? 10 पॉइंट्स में समझ लीजिए
भंसाली की मोस्ट अवेटेड सीरीज 'हीरामंडी' 1 मई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि आपको ये सीरीज क्यों देखनी चाहिए और क्यों नहीं देखना चाहिए.
नई दिल्ली: इतिहास के पन्नों को बड़े पर्दे पर कैसे लाना है ये कोई संजय लीला भंसाली से सीखे. उनकी हर फिल्म इतिहास के उस सच को उजागर करती है जिससे बहुत कम लोग रूबरू होते हैं. भंसाली की मोस्ट अवेटेड सीरीज 'हीरामंडी' कल 1 मई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि आपको ये सीरीज क्यों देखनी चाहिए और क्यों नहीं देखना चाहिए.
हीरामंडी मल्टी स्टारर सीरीज है जिसमें कई सितारे हैं. इसमें मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, संजीदा शेख, ऋचा चड्ढा, शर्मिन सहगल, शेखर सुमन और फरदीन खान जैसे सितारे हैं. इन सभी सितारों ने इसमें काफी बेहतरीन एक्टिंग की है.
हीरामंडी सीरीज की बात करें तो भंसाली ने इसमें काफी मेहनत की है और आपको उनकी मेहनत इसमें साफ नजर आएगी. सेट से लेकर एक्टर्स के आउटफिट तक आपको एक शाही और मुगलों की याद दिलाएंगे.
सीरीज को आपने एक बार देखना शुरू किया फिर आप इसके पूरे एपिसोड कब खत्म कर देंगे आपको भी नहीं पता चलेगा.
सीरीज में भंसाली ने म्यूजिक का इस्तेमाल काफी सही तरीके से किया है. साथ ही इसके गाने आपके कानों को काफी सुकून देने वाले हैं.
हीरामंडी को देखने के बाद आपको समझ आएगा कि किसी भी सामान्य चीज को शानदार कैसे बनाई जाए ये कोई भंसाली से सीखे.
शर्मिन सहगल ने इस सीरीज में कमाल की एक्टिंग की है और उन्होंने अपने रोल के साथ इंसाफ किया है. मनीषा कोइराला और अदिति राव हैदरी और संजीदा शेख के तो आप दीवाने हो जाएंगे. अदिति की मासूमियत आपको उनका मुरीद बना देगी.
क्यों न देखें-
हीरामंडी सीरीज में वैसे तो सभी कलाकारों ने काफी अच्छा काम किया है लेकिन अगर सोनाक्षी सिन्हा की बात करें तो वह ऑडियंस को इस रोल में जच नहीं पाई और वह अदिति राव, मनीषा कोइराला, शर्मिन सहगल और संजीदा शेख से थोड़ी पीछे रही.
भंसाली की इस सीरीज को देखने के लिए आपके पास वक्त काफी होना चाहिए, अगर आपके पास 8 घंटे से ज्यादा का समय हो तो ही आप इस सीरीज को देख सकते हैं क्योंकि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इतना समय सीरीज के लिए निकालना थोड़ा मुश्किल है.
सीरीज को देखने से आपको विद्या बालन की बेगम जान काफी याद आएगी. हालांकि, दोनों की कहानी काफी अलग है लेकिन फिर भी आपके मन में एक बार जरूर ख्याल आएगा अगर आपने बेगम जान देखी है.
कहानी के अलावा शुरूआत में आपको सीरीज थोड़ी स्लो लग सकती है.
इसकी कहानी देखने से आपके मन में ये ख्याल आ सकता है कि ये पूरी तरह से सच्ची कहानी नहीं है.