Saif Ali Khan Stabbing Case: सैफ अली खान के केस ने फिर बदला रुख, मुंबई पुलिस ने फिंगरप्रिंट्स को लेकर कर दिया बड़ा दावा

सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के मामले में एक मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया है, जिसमें यह दावा किया गया था कि आरोपी के फिंगरप्रिंट एक्टर के घर से मिले फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते.

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Saif Ali Khan Stabbing Case: मुंबई पुलिस ने बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के मामले में एक मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया है, जिसमें यह दावा किया गया था कि आरोपी के फिंगरप्रिंट एक्टर के घर से मिले फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते. पुलिस ने इस रिपोर्ट को 'सत्य नहीं' बताया है और कहा कि आरोपी के फिंगरप्रिंट्स की रिपोर्ट पर किसी भी तरह का शक नहीं है.

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई थी कि गिरफ्तार आरोपी 30 साल का शरीफुल इस्लाम के फिंगरप्रिंट एक्टर सैफ अली खान के बांद्रा स्थित आवास से मिले फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते. हालांकि, इस रिपोर्ट के बाद मुंबई पुलिस ने एक साफ बयान जारी करते हुए कहा कि यह दावा पूरी तरह से गलत है.

हमलावर के फिंगरप्रिंट पर पुलिस का बयान

मुंबई पुलिस के जोन-9 के पुलिस उपायुक्त, दीक्षित गेदम ने कहा, 'फिंगरप्रिंट रिपोर्ट अभी आनी बाकी है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट ने संकेत दिया था कि फिंगरप्रिंट्स मेल खाते थे.' वहीं, सीआईडी ​​अधिकारी ने भी बताया कि रिपोर्ट फोरेंसिक लैब को भेजी गई है और जांच अभी भी जारी है.

पुलिस ने बताया कि घटना के बाद, बांद्रा पुलिस ने सैफ अली खान के आवास 'सतगुरु शरण' से लगभग 20 फिंगरप्रिंट जमा किए थे. यह हमला 16 जनवरी को हुआ था और आरोपी को 19 जनवरी को ठाणे से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद आरोपी के फिंगरप्रिंट्स को फोरेंसिक लैब भेजा गया और उनकी तुलना अभिनेता के घर से प्राप्त फिंगरप्रिंट्स से की गई.

पुलिस हिरासत में हमलावर

पुलिस ने आरोपी शरीफुल इस्लाम से एक्टर के खून और खून से सने कपड़े भी जमा किए हैं, जिन्हें फोरेंसिक लैब भेजा गया है. इसके अलावा, पुलिस यह जांच भी कर रही है कि आरोपी ने कोलकाता में भारतीय नागरिक के दस्तावेज का इस्तेमाल करके सिम कार्ड कैसे प्राप्त किया. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने हथियार कैसे प्राप्त किए. आरोपी को 29 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है.