सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रणवीर इलाहाबादिया की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने केंद्र सरकार से ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया स्ट्रीमिंग साइट्स पर बढ़ते अश्लील कंटेंट को लेकर कड़े नियामकीय उपाय लागू करने की मांग की है.
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील और अनुचित कंटेंट को रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह किया है.
यौन संबंधों को लेकर आपत्तिजनक सवाल किए
बयान में कहा गया है कि रणवीर इलाहाबादिया ने हास्य कलाकार समय रैना के यूट्यूब रियलिटी शो 'इंडियाज गॉट लैटेंट' में एक प्रतियोगी से माता-पिता और यौन संबंधों को लेकर आपत्तिजनक सवाल किए. इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने रणवीर इलाहाबादिया के पॉडकास्ट पर बैन लगाने की मांग की है.
रणवीर इलाहाबादिया के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स
रणवीर इलाहाबादिया सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं. उनके एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर 6 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं. इंस्टाग्राम पर 45 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. यूट्यूब चैनल पर 1.05 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं. उनकी लोकप्रियता को देखते हुए विवाद और भी तूल पकड़ चुका है.
समाज पर नकारात्मक प्रभाव को लेकर बढ़ी चिंता
NCW ने बयान में कहा कि ऐसे कंटेंट जो सभी उम्र के लोगों के लिए आसानी से उपलब्ध हैं, उनका समाज, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है. आयोग ने केंद्र सरकार से मांग की है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अनुचित सामग्री की स्ट्रीमिंग और अपलोडिंग को नियंत्रित करने के लिए कड़े दिशानिर्देश बनाए जाएं.
ओटीटी कंट्रोल को लेकर सरकार पर बढ़ा दबाव
इस विवाद के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया स्ट्रीमिंग साइट्स पर अश्लील और अनुचित कंटेंट को नियंत्रित करने की मांग तेज हो गई है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है.