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'मौत के 15 दिन बाद...' राम गोपाल वर्मा के पिता की आत्मा से हुई बात, फ्लाइट में डर गए थे डायरेक्टर

राम गोपाल वर्मा इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है. उन्होंने अभी हाल ही में एक ऐसी चीज को लेकर जिक्र किया जिसको सुनने के बाद कोई भी हैरान हो जाएगा. डायरेक्टर ने श्यामक दावर को लेकर एक ऐसा खुलासा किया है जिसको सुनने के बाद आप हैरान हो जाएंगे तो चलिए जानते हैं कि क्या है वो..

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RAM GOPAL
Courtesy: Social Media

Ram Gopal Varma: फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने इंडस्ट्री को एक से बढ़कर एक फिल्में दी है. खासतौर पर इनके करियर में आपको हॉरर फिल्में देखने को मिली होंगी जिसको दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया गया. भूत, रात, डरना जरूरी है, भूत और फूंक, रिटर्न्स जैसी फिल्में राम गोपाल वर्मा ने ही बनाई है. हालांकि, राम गोपाल वर्मा ने कई बार इस बात का जिक्र किया है कि वो भूत जैसी चीजों पर विश्वास नहीं करते हैं.

फिल्में कितनी भी हॉरर बनाई हो लेकिन इनका मानना है कि ऐसी चीजे रियल लाइफ में एक्जिस्ट नहीं करती हैं. लेकिन डायरेक्टर ने अभी हाल ही में एक ऐसी घटना का जिक्र किया है जिसको सुनते ही डर के मारे आपके पैर कांपने लगेंगे. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि कोरियोग्रॉफर श्यामक दावर ने उन्हें एक ऐसी घटना के बारे में बताया जिसको सुनने के बाद वो डर गए थे.

राम गोपाल वर्मा ने किया भयानक खुलासा

राम गोपाल वर्मा ने अभी हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया कि एक बार उनकी मुलाकात कोरियोग्राफर श्यामक दावर से एक फ्लाइट में हुई थी और श्यामक ने उनसे कुछ सवाल किए जिसको सुनते ही वह हैरान रह गए और डर भी गए थे. राम गोपाल ने बताया कि जब उनके पिता की मौत हुई थी उसके 15 दिन बाद वो चेन्नई जा रहे थे. उसी फ्लाइट में उनके साथ श्यामक दावर भी थे. श्यामक से ये उनकी दूसरी मुलाकात थी. पहली बार वो अमिताभ बच्चन के घर पर श्यामक से मिले थे.

राम गोपाल वर्मा ने बताया कि जब वो फ्लाइट में बैठे तो उनके पीछे कोरियोग्राफर श्यामक बैठे थे तो वो उनको देख आगे उनके पास आकर बैठ गए. इसके बाद श्यामक दावर ने उनसे पूछा कि आपके पिता गुजर गए हैं? राम गोपाल ने कहा हां तो उन्होंने बताया कि जब मैं श्यामक से मिला था उसके 15 दिन पहले ही मेरे पिता का निधन हुआ था.

Ram Gopal Varma ने बताया कि श्यामक खिड़की वाली सीट पर और मैं गैलरी वाली सीट पर बैठा था. श्यामक ने मेरी तरफ देखा और कहा आपके पिता यही हैं. ये सुनते ही मैं हैरान हो गया और  मैंने कहा मैं ये सब पर विश्वास नहीं करता. इसके बाद श्यामक ने कहा कि वो भी इन सब चीजों पर यकीन नहीं करते हैं. इसके बाद श्यामक ने राम गोपाल वर्मा के पीछे देखा और कहा कि वो आपको लेकर चिंतित है. ये सुनते ही मैं सोचने लगा कि इनको कैसे पता कि मेरे पिता का निधन हुआ है या वो नास्तिक थे. लेकिन फिर मुझे लगा कि वो भी इसी इंडस्ट्री के है, हो सकता हो उन्हें कहीं से पता चला हो और ये मेरे साथ मस्ती कर रहे हैं.