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पूनम पांडे ने कुंभ पर किया ऐसा स्नान, प्रयागराज के साथ हिल गया पूरा हिंदुस्तान, वीडियो देख फट जाएंगी आंखें

पूनम पांडे का महाकुंभ स्नान और उनकी आध्यात्मिक यात्रा यह दर्शाती है कि आस्था किसी भी सीमा में बंधी नहीं होती. उनके महाकुंभ में शामिल होने से यह भी साफ हुआ कि भक्ति और श्रद्धा का संबंध सिर्फ धार्मिक आस्थाओं से ही नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और मोक्ष की ओर बढ़ने से भी है.

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Edited By: Babli Rautela
Poonam Pandey Mahakumbh 2025
Courtesy: Social Media

Poonam Pandey Mahakumbh 2025:  ​​​​​​प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर आस्था और भक्ति का जनसैलाब उमड़ रहा है. आम श्रद्धालुओं से लेकर बॉलीवुड की हस्तियां तक इस अलौकिक संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रही हैं. इसी कड़ी में बॉलीवुड एक्ट्रेस पूनम पांडे भी मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम नगरी पहुंचीं और पवित्र स्नान कर पुण्य अर्जित किया.

पहले ही पूनम पांडे ने घोषणा कर दी थी कि वे इस साल महाकुंभ में स्नान करने जाएंगी. अपने वादे को निभाते हुए, वे प्रयागराज पहुंचीं और संगम तट पर स्नान किया. स्नान के बाद उन्होंने संगम के पवित्र जल में नाव की सैर भी की और सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए. स्नान के पश्चात, पूनम ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा -

'सब पाप धुल गए मेरे.'

भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त किया

मौनी अमावस्या की रात संगम नोज पर हुई भगदड़ की घटना से पूरा महाकुंभ स्तब्ध रह गया. इस हादसे को लेकर पूनम पांडे ने भी शोक प्रकट किया. उन्होंने अपनी स्टोरी में कहा, 'मौनी अमावस्या के दिन जो हादसा हुआ, वह बहुत दुखद है. फिर भी श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं हुई. शक्ति भले ही कम हो जाए, लेकिन श्रद्धा कम नहीं होनी चाहिए.'

अपने बेबाक अंदाज और बोल्ड रोल्स के लिए मशहूर पूनम पांडे इस बार एक अलग ही रूप में नजर आईं. जब वे संगम तट पर स्नान कर रही थीं, तब उन्होंने 'महाकाल' लिखा हुआ एक शर्ट पहना था. डुबकी लगाने के बाद वे हाथ जोड़कर प्रार्थना करती दिखीं. उनके माथे पर तिलक लगा था और सिर पर काले रंग का दुपट्टा था.

पंक्षियों को दाना खिलाती दिखीं पूनम पांडे

महाकुंभ के दौरान पूनम पांडे भक्ति और सेवा भाव में डूबी हुई नजर आईं. संगम तट पर नाव में बैठकर उन्होंने गंगा-यमुना की लहरों के बीच उड़ते पंक्षियों को दाना भी खिलाया. इस दौरान वे मेले में बैठे श्रद्धालुओं के बीच भी गईं और वहां के आध्यात्मिक माहौल का आनंद लिया.

महाकुंभ 2025 में करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आ रहे हैं. हर वर्ग, हर तबके के लोग बिना किसी भेदभाव के इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं. अमीर-गरीब, आम आदमी या सेलिब्रिटी, सबका एक ही उद्देश्य – पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति.