नई दिल्ली: भारतीय पार्श्व गायक अनूप घोषाल अब इस दुनिया में नहीं रहे, गायक ने 15 दिसंबर 2023 को अंतिम सांस ली. अनूप की उम्र सिर्फ 78 साल की थी जब वह दुनिया को अलविदा कह गए. अनूप घोषाल को स्वर्ण युग के अग्रणी कलाकारों में से एक माना जाता था. संगीतकार ने अपने मूल भाषा 'बंगाली भाषा की फिल्मों में खासकर भारतीय फिल्मों और अन्य स्थानीय भाषा में गाना गाया है.
अनूप घोषाल के निधन की खबर सुनकर हिंदी सिनेमा में भी शोक की लहर गूंज गई है. अब इस बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी दुख जताया है. उन्होंने लिखा, ”अनूप घोषाल का निधन संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. अनूप घोषाल के रिश्तेदारों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.”
सिंगर ने सत्यजीत रे की ‘गुपी गेन बाघा बेन’, ‘हीरक राजार देशे’ जैसी फिल्मों में संगीत दिया है. इनके गानों को आज भी नहीं भूले हैं. इनको बचपन से ही संगीत से काफी लगाव था. कहा जाता है कि उनकी मां लावण्या घोषाल उनके जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा थीं. उन्हें संगीत जगत में मुख्य रूप से नजरुल गीति और श्यामा संगीत के लिए अपार सराहना मिली. इसके अलावा, कलाकार ने बंगाली और हिंदी सहित कई भाषाओं की फिल्मों में संगीत प्रस्तुत किया है.
तपन सिन्हा निर्देशित फिल्म ‘सगीना महतो’ में उनका गाना दर्शक आज भी नहीं भूले हैं. फिल्म ‘मासूम’ के गाने ‘तुझसे नाराज नहीं जिंदगी’ को अविस्मरणीय बनाने के पीछे भी उनका ही हाथ है. उन्होंने बंगाली और हिंदी गानों के अलावा भोजपुरी और असमिया में भी गाने गाए हैं.