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India Daily

'महिलांए नौकरी करेंगी तो बालात्कार होगा, औरत का पैदा होना एक अभिशाप है' फेमिनिज्म पर क्या बोल गई ये एक्ट्रेस

बॉलीवुड एक्ट्रेस नीना गुप्ता कभी अपनी बेबाक राय साझा करने से पीछे नहीं हटती हैं. 65 साल की एक्ट्रेस ने एक बार फिर नारीवाद, महिलाओं की सुरक्षा और भारत में महिलाओं की गंभीर हकीकत पर अपने बेबाक विचार साझा किए हैं.

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Edited By: Babli Rautela
Neena Gupta
Courtesy: Social Media

Neena Gupta on feminism: बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस, नीना गुप्ता ने कभी भी अपनी बात कहने से परहेज नहीं किया, चाहे मामला कितना भी विवादास्पद क्यों न हो. 65 साल की एक्ट्रेस ने एक बार फिर नारीवाद, महिलाओं की सुरक्षा और भारत में महिलाओं की गंभीर हकीकत पर अपने बेबाक विचार साझा किए हैं. एक दिल को छू लेने वाली बातचीत में, पंचायत की एक्ट्रेस ने अपनी 'बेवकूफ नारीवादी' वाले कमेंट पर हुई आलोचना के बारे में खुलकर बात की और बताया कि उनका मानना ​​है कि एक महिला के रूप में जन्म लेना, खासकर एक गरीब महिला के रूप में, किसी अभिशाप से कम नहीं है.

नीना गुप्ता ने हाल ही में लिली सिंह के YouTube पॉडकास्ट में भाग लिया, जहां उन्होंने पिछले विवादों, नारीवादी बहस और एक महिला के रूप में जन्म लेने के अपने विचारों के बारे में बात की. चैट के दौरान, बधाई हो की एक्ट्रेस ने सेक्स और वैवाहिक बलात्कार सहित कई सच्चाइयों के बारे में खुलकर बात की.

किस चीज से खड़े हो जाते हैं नीना गुप्ता के रोंगटे

जब लिली ने पूछा कि आज भारत में महिलाओं के लिए वह क्या चाहती हैं, तो नीना का जवाब जितना दिल तोड़ने वाला था, उतना ही ईमानदार भी था. उन्होंने अपने जवाब में कहा कि वह जो चाहती हैं, वह संभव नहीं है. वह चाहती हूँ कि वे सुरक्षित रहें, लेकिन यह संभव नहीं है. वे कहते हैं कि महिलाओं को शिक्षित करें. अगर आप उन्हें शिक्षित करते हैं, तो वे नौकरी करना चाहेंगी, और अगर वे नौकरी करती हैं, तो उनका बलात्कार किया जाता है… एक्ट्रेस ने कहा कि उन्हें लगता है कि एक महिला के रूप में जन्म लेना एक अभिशाप है, खासकर एक गरीब महिला के रूप में. स्थिति इतनी दुखद है कि उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं. 

उन्होंने कहा कि जब वह वास्तविक स्थिति जानती हैं, तो वह आशावादी बातें कैसे कह सकती हैं? यह एक अभिशाप है. झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाली महिलाओं के साथ क्या होता है? एक्ट्रेस ने कहा कि वह इस बात का समाधान चाहती हैं, लेकिन उन्हें कोई समाधान नहीं सूझ रहा है.

‘फालतू’ नारीवाद विवाद के बाद आलोचनाओं पर नीना गुप्ता

यह पहली बार नहीं है जब नीना गुप्ता ने लैंगिक मुद्दों पर अपने विचार को लेकर विवाद खड़ा किया है. पिछले साल जब रणवीर अल्लाहबादिया के पॉडकास्ट में उन्होंने ‘फालतू नारीवाद’ को खारिज किया था, तो उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.