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India Daily

दोगुना किराए की वजह से सैफ के हमलावर की हुई थी पहचान, चार्जशीट में और भी चौंकाने वाले खुलासे

सैफ अली खान के घर पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने 1,613 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. इस मामले में मुख्य आरोपी, अवैध बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल फकीर (30) की गतिविधियों का विस्तृत ब्योरा चार्जशीट में दर्ज है. चार्जशीट में एक ऑटो चालक धनंजय चैनी की गवाही शामिल है.

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Edited By: Garima Singh
Saif Ali Khan attack
Courtesy: x

Saif Ali Khan attack: एक्टर सैफ अली खान के घर पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने 1,613 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. इस चार्जशीट में  कई सनसनीखेज तथ्य सामने आए हैं. इस मामले में मुख्य आरोपी, अवैध बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल फकीर (30) की गतिविधियों का विस्तृत ब्योरा चार्जशीट में दर्ज है. आइए, इस मामले की गहराई में जाएं और जानें कि इस अपराध के पीछे की कहानी क्या है?

चार्जशीट में एक ऑटो चालक धनंजय चैनी की गवाही शामिल है, जिसने बताया कि उसने 15 जनवरी को शरीफुल फकीर को सैफ अली खान की बिल्डिंग के पास वाली गली में उतारा था. धनंजय ने कहा, "वह आदमी मुझे याद है क्योंकि उसने बांद्रा रेलवे स्टेशन से सवारी के लिए दोगुने से अधिक किराया दिया था.' यह घटना हमले से करीब 12 घंटे पहले की है, जो जांच में महत्वपूर्ण साबित हुई. 

CCTV फुटेज पर नजर

पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर फकीर की गतिविधियों का पूरा लेखा-जोखा तैयार किया है. 15 जनवरी को दोपहर 1 बजे, एक कैमरे ने फकीर को सैफ की बिल्डिंग से मात्र 78 मीटर दूर उतरते हुए कैद किया था. वह कुछ देर सड़क पर टहलता रहा, बिल्डिंग में दाखिल हुआ और फिर बाहर निकल गया. इसके बाद, दोपहर 3 बजे से शाम 6:45 बजे तक वह इलाके में चक्कर लगाते हुए कई कैमरों में दिखाई दिया। दिया. 

16 जनवरी की रात 1:37 बजे, सैफ की बिल्डिंग की छठी मंजिल के CCTV फुटेज में फकीर को सीढ़ियों से ऊपर जाते और एक घंटे बाद नीचे उतरते देखा गया. इसके बाद, उसे सुबह 7:04 बजे बांद्रा लिंक रोड पर, 8:25 बजे बांद्रा स्टेशन के पास एक खाद्य प्रतिष्ठान पर, 8:35 बजे दादर स्टेशन पर, और 10:05 बजे वर्ली के जनता कॉलोनी में देखा गया. 

फकीर का आपराधिक इतिहास

चार्जशीट में फकीर के चाचा हफीजुल शेखावत शेख (52) के बयान का भी जिक्र है. उन्होंने बताया, "जुलाई 2024 में बांग्लादेश से आने के एक दिन बाद ही फकीर ने मेरे बटुए से 1,000 रुपये चुराए, जिसके बाद मैंने उसे घर से निकाल दिया था.' इसके बाद फकीर कोलकाता गया, जहां उसने एक सरकारी अस्पताल में एक महिला से 3,000 रुपये और एक फोन चुराया. चुराए गए पैसे से वह मुंबई पहुंचा और 10 जुलाई को वर्ली के एक पब में नौकरी शुरू की. हालांकि, अक्टूबर में एक ग्राहक से 1,000 रुपये चुराने के आरोप में उसे नौकरी से निकाल दिया गया. 

हमले की साजिश और फकीर का दावा

पुलिस जांच में पता चला कि फकीर ने हमले से पहले तीन दिनों तक बांद्रा के पॉश इलाके की टोह ली थी. जब उसके रोजगार एजेंसी के सुपरवाइजर ने उससे अनुपस्थिति के बारे में पूछा, तो उसने झूठ बोला कि उसे एक अधिकारी से झगड़े के बाद पुलिस ने हिरासत में लिया था. पूछताछ में फकीर ने दावा किया, "मुझे सैफ के सेलिब्रिटी स्टेटस के बारे में तब तक पता नहीं था, जब तक मैंने ऑनलाइन उनके बारे में नहीं पढ़ा.'