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इस पॉपुलर फिल्म के लिए मनोज कुमार ने दांव पर रखा था सबकुछ, बेच दिया था बंगला और जमीन

दादा साहब फाल्के अवॉर्ड विनर पॉपुलर एक्टर मनोज कुमार का शुक्रवार 4 अप्रैल) तड़के करीब 3:30 बजे मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया है

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Edited By: Princy Sharma
Manoj Kumar Death
Courtesy: Social Media

Manoj Kumar Death: दादा साहब फाल्के अवॉर्ड विनर पॉपुलर एक्टर मनोज कुमार का शुक्रवार 4 अप्रैल) तड़के करीब 3:30 बजे मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया है. उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के वजह से पिछले कुछ हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे. मनोज कुमार को भारत कुमार के नाम से भी पहचाना जाता था. बता दें, उनका असली नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी था.

बॉलीवुड एक्टर मनोज कुमार अपनी फिल्म 'शहीद', 'उपकार', 'पूरब और पश्चिम', 'रोटी कपड़ा और मकान' जैसी पॉपुलर फिल्म के लिए पहचाने जाते हैं. मनोज कुमार ने फिल्मी करियर की शुरुआत  'फैशन' से शुरू किया था.लेकिन क्या आपको पता है मनोज कुमार की ऐसी फिल्म भी जिसके लिए उन्होंने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था. चलिए जानते हैं इस फिल्म के बारे में.

फिल्म के लिए दांव पर लगाया सबकुछ

मनोज कुमार की सबसे बड़ी पीरियड एक्शन ड्रामा फिल्म 'क्रांति' के लिए उन्होंने सब कुछ दांव पर लगा दिया था, यह फिल्म साल  1981 में रिलीज हुई. मनोज कुमार की इस फिल्म का बजट करीब 3 करोड़ रुपये था. फिल्म की शूटिंग शुरू हुई तो निर्माता पीछे हट गए ऐसे में में मनोज कुमार ने पैसे की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली.

बेचा बंगला और जमीन

मनोज कुमार ने इस फिल्म के लिए अपनी दिल्ली का बंगला और मुंबई की जमीन बेच दी थी. जब क्रांति फिल्म रिलीज हुई तो वह हमेशा के लिए अमर हो गए. यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई. इस फिल्म ने 20 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था.

अवॉर्ड्स

एक्टर मनोज कुमार को 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले थे. साल  1968 में उपकार के लिए बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट स्टोरी और बेस्ट डायलॉग के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया था. साल 1992 में एक्टर तो पद्मश्री से सम्मानित किया था. फिर 2016 में दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया.