भोग-विलासिता का जीवन छोड़ वैराग्य धारण करने वाली एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी महामंडलेश्वर बनीं रहेंगी. किन्नर अखाड़े से महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद ममता कुलकर्णी सवालों के घेरे में आ गई थीं. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. हालांकि ममता कुलकर्णी का इस्तीफा नामंजूर कर दिया गया. उन्होंने एक वीडियो जारी कर यह बात कही है.
दो दिन पहले की थी इस्तीफे की घोषणा
ममता ने दो दिन पहले यानी 10 फरवरी को एक इंस्टा वीडियो पोस्ट कर महामंडलेश्वर पद छोड़ने की घोषणा की थी, उन्होंने कहा था कि मुझे महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद किन्नर अखाड़े के लोग आपस में झगड़ रहे हैं. मैं इससे दुखी हूं. मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी लेकिन अब ममता ने वीडियो जारी कर कहा कि उनकी गुरु ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया.
— Mamta Mukund Kulkarni (@mamta_mukund) February 10, 2025
क्या बोलीं ममता
ममता ने एक वीडियो जारी कर कहा, 'मैं श्रीयामाई ममता नंद गिरि. दो दिन पहले मेरे पट्टा गुरु लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी पर कुछ लोगों ने गलत आक्षेप लगाए थे. इस भावना में आकर मैंने अपने पद से इस्तीफा दिया, लेकिन उन्होंने इस्तीफा नामंजूर कर दिया और जो गुरु भेंट मैंने आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को दी थी, वो एक महामंडलेश्वर बनने के बाद जो छत्र, छड़ी और छवन होते हैं, उसके लिए थे. जो थोड़े बचे, वो भंडारे के लिए समर्पित किया था. मैंने उनकी कृतज्ञ हूं कि उन्होंने वापस इस पद पर बैठाया. आगे चलकर मैं अपना जीवन किन्नर अखाड़ा और सनातन धर्म के लिए समर्पित करूंगी.'