Karan Johar on Nadaaniyan Trolling: फिल्म निर्माता करण जौहर ने आखिरकार अपनी हालिया रिलीज फिल्म 'नादानियां' और इसके कलाकारों इब्राहिम अली खान और खुशी कपूर को मिले ट्रोल पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. मंगलवार को करण गिप्पी ग्रेवाल की पंजाबी फिल्म 'अकाल' के ट्रेलर लॉन्च में शामिल हुए. फिल्म का हिंदी संस्करण करण के धर्मा प्रोडक्शंस द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा और उन्होंने कलाकारों और क्रू सदस्यों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
नादानियां में इब्राहिम अली खान-खुशी कपूर की एक्टिंग का उड़ा मजाक
मीडिया से बातचीत के दौरान करण से इब्राहिम और खुशी को नादानियां में उनके परफॉर्म के लिए मिले खराब रिस्पॉन्स पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया. सबसे पहले करण ने राजेश खन्ना के मशहूर गाने की पंक्तियां बोलीं और कहा कि, "कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना, छोड़ो बेकार की बातों में कहीं बीत न जाए रैना." फिर निर्माता ने कहा कि वह उन 'नामहीन' ट्रोल्स से वह नफरत करते हैं जो अभिनेताओं पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं.
हालांकि बाद में उन्होंने उन ट्रोलर्स को भी आड़े हाथों लिया जो अपनी समीक्षाओं में 'बहुत कठोर और हिंसक' शब्द इस्तेमाल करते थे. करण ने कहा कि आलोचकों के साथ उनके रिश्ते कभी भी उनकी समीक्षाओं से प्रभावित नहीं हुए हैं, लेकिन उन्हें कुछ ऐसे लोगों से परेशानी है जो जानबूझकर कठोर शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. करण ने कहा, "मेरा रिश्ता कभी क्रिटिक्स के साथ बदलता नहीं, उनके आधार पर उन्होंने क्या लिखा है. आपकी फिल्म अच्छी नहीं लगी, बुरी लगी, वो आपकी राय है. वो आपका काम है लिखना. मेरी कोई कॉन्सपिरेसी थ्योरी नहीं होती, किसी फिल्म को नीचे गिराने की. वो कभी-कभी ट्रोल करते हैं."
'सारे ट्रोलर्स को सलाम, मेरा प्यार'
उन्होंने आगे कहा, "वो भी बेचारे बेनाम लोग हैं. उनकी अपनी समस्या है, वो हम पे निकला रह है. वो ठीक है, मुझे उन पर तरस आता है. मेरी समस्या है ट्रोलर्स से. सारे ट्रोलर्स को सलाम, मेरा प्यार, मैं बहुत इज्जत करता हूं सबकी. लेकिन कुछ लोग हैं... मैं कुछ पैदा करता हूं तो दिक्कत होती है." क्योंकि जिसके बारे में मैं लिख रहा हूं, वह भी किसी का बेटा है, बेटी है, किसी के माता-पिता पढ़ेंगे तो उन्हें तकलीफ होगी.''