कंगना रनौत को फिल्म 'इमरजेंसी' के लिए नहीं चाहिए ऑस्कर? एक्ट्रेस क्यों बोलीं- 'अपना मूर्ख अवॉर्ड अपने पास रखें'

चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं कंगना रनौत को इससे पहले फैशन, क्वीन, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और मणिकर्णिका में उनके अभिनय के लिए खूब तारीफ मिल चुकी है. हाल ही में जब एक फैन ने 'इमरजेंसी' को लेकर कहा कि फिल्म को ऑस्कर मिलना चाहिए तो इसपर एक्ट्रेस ने बेबाकी से जवाब दिया है.

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Kangana Ranaut News: चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं कंगना रनौत को इससे पहले फैशन, क्वीन, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और मणिकर्णिका में उनके अभिनय के लिए खूब तारीफ मिल चुकी है. हाल ही में जब एक फैन ने 'इमरजेंसी' को लेकर कहा कि फिल्म को ऑस्कर मिलना चाहिए तो इसपर एक्ट्रेस ने बेबाकी से जवाब दिया है.

कंगना रनौत ने ऑस्कर को क्यों बता दिया 'मूर्ख' अवॉर्ड?

कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' ने हाल ही में नेटफ्लिक्स पर अपना डिजिटल प्रीमियर किया. एक्ट्रेस के निर्देशन की शुरुआत करने वाली यह पीरियड पॉलिटिकल ड्रामा स्ट्रीमिंग दर्शकों से खूब तारीफें बटोर रही है. रविवार को एक्ट्रेस ने फैंस की तारीफों पर रिस्पॉन्ड करने के लिए इंस्टाग्राम स्टोरीज का सहारा लिया. 

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जब एक फैन ने सुझाव दिया कि फिल्म को ऑस्कर मिलना चाहिए, तो उन्होंने पोस्ट किया- "लेकिन अमेरिका अपने असली चेहरे को स्वीकार नहीं करना चाहेगा, कि वे कैसे विकासशील देशों को धमकाते हैं, दबाते हैं और उन पर दबाव डालते हैं. यह 'इमरजेंसी' में उजागर हो गया है. वे अपना मूर्खतापूर्ण ऑस्कर रख सकते हैं. हमारे पास नेशनल अवॉर्ड है.”

फिल्म में 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान एक महत्वपूर्ण क्षण को दर्शाया गया है, जब इंदिरा गांधी, जिनका किरदार रनौत ने निभाया है, व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन से मिलने जाती हैं और आश्वासन मांगती हैं कि अमेरिका पाकिस्तान की मदद नहीं करेगा.

क्यों बोलीं- 'अपना मूर्ख अवॉर्ड अपने पास रखें'

इस सीन में निक्सन गांधी की साड़ी का मज़ाक उड़ाते हुए दिखाई देते हैं, जो उन्हें बुरा लगता है. बाद में जब निक्सन बांग्लादेश में अमेरिकी सेना भेजते हैं, तो गांधी सुनिश्चित करती हैं कि भारतीय सेना पहले पहुंचे, जिससे बांग्लादेश की मुक्ति हो. इस सीन में निक्सन गांधी की साड़ी का मज़ाक उड़ाते हुए दिखाई देते हैं, जो उन्हें बुरा लगता है. बाद में जब निक्सन बांग्लादेश में अमेरिकी सेना भेजते हैं, तो गांधी सुनिश्चित करती हैं कि भारतीय सेना पहले पहुंचे, जिससे बांग्लादेश की मुक्ति हो.

इंदिरा गांधी के पूरे जीवन को बयां करती है फिल्म 'इमरजेंसी'

वहीं इमरजेंसी में उनके अभिनय के बारे में एक और फैंस की प्रशंसा का जवाब देते हुए, उन्होंने लिखा, "लोग इमरजेंसी में मेरे अभिनय को अद्भुत और मेरा अब तक का सर्वश्रेष्ठ अभिनय कह रहे हैं, क्या मैं क्वीन, टीडब्ल्यूएम 2, फैशन, थलाइवी से आगे निकल सकती हू? इमरजेंसी देखें और पता करें." बता दें कि 'इमरजेंसी' इंदिरा गांधी के बचपन से लेकर 1984 में उनकी हत्या तक के जीवन को बयां करती है.