International Women's Day 2025: 'छपाक' से लेकर रानी मुखर्जी की 'मर्दानी' तक, वुमेन्स डे के मौके पर आपको जरूर देखनी चाहिए ये फिल्में
पिछले कुछ सालों में, भारतीय सिनेमा ने हमें ऐसी फ़िल्में दी हैं जो न केवल मनोरंजन करती हैं बल्कि प्रेरित भी करती हैं, रूढ़ियों को चुनौती देती हैं और महिलाओं की ताकत का जश्न मनाती हैं. ये फ़िल्में हमें याद दिलाती हैं कि महिलाएं कमज़ोर नहीं बल्कि शक्तिशाली हैं.
Movies to Watch on Women's Day: महिला दिवस सिर्फ़ एक उत्सव से कहीं बढ़कर है, यह इस बात पर विचार करने का आह्वान है कि समाज महिलाओं को कैसे ऊपर उठा सकता है और उन्हें सशक्त बना सकता है. ऐसा करने का एक शक्तिशाली तरीका कहानी सुनाना है और बॉलीवुड ने इस चुनौती को स्वीकार किया है. पिछले कुछ सालों में, भारतीय सिनेमा ने हमें ऐसी फ़िल्में दी हैं जो न केवल मनोरंजन करती हैं बल्कि प्रेरित भी करती हैं, रूढ़ियों को चुनौती देती हैं और महिलाओं की ताकत का जश्न मनाती हैं. ये फ़िल्में हमें याद दिलाती हैं कि महिलाएं कमज़ोर नहीं बल्कि शक्तिशाली हैं और अपनी कहानियों को फिर से लिखने में सक्षम हैं.
वुमेन्स डे के मौके पर आपको जरूर देखनी चाहिए ये फिल्में
मलयालम फिल्म ‘द ग्रेट इंडियन किचन’ की रीमेक ‘मिसेज’ में सान्या मल्होत्रा ने शादी के बाद हो रहे शोषण को बेहतरीन तरीके से दिखाया है. आरती कदव द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक युवा महिला की कहानी है, जिसका जीवन खाना पकाने, सफाई करने और अपने पति की उदासीनता को सहने के इर्द-गिर्द घूमता है. यह फिल्म उन महिलाओं की जिंदगी पर प्रकाश डालती है जिसे कई महिलाएं चुपचाप सहती हैं.
ग्रामीण भारत में एक अराजक ट्रेन यात्रा जीवन को बदलने वाली उलझन की ओर ले जाती है: दीपक खुद को जया के साथ पाता है, जो एक अपमानजनक विवाह से बचकर भाग रही है, न कि उसकी होने वाली दुल्हन, फूल. जबकि फूल बहादुरी से इंतजार करती है, शर्म के मारे घर लौटने से इनकार करती है, जया अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपनी अप्रत्याशित स्वतंत्रता का लाभ उठाती है. फूल की खोज जया के अतीत और स्वतंत्रता की उसकी खोज को उजागर करती है.
दीपिका पादुकोण की 'छपाक' भी है बेहतर ऑप्शन
फिल्म छपाक को भी आप वुमेन्स डे के मौके पर देख सकते हैं. इस फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार ने किया है. फिल्म में महिलाओं के ऊपर हो रहे एसिड अटैक के खिलाफ लड़कियों को आवाज बुलंद करते हुए दिखाया गया है. इस फिल्म में एसिड विक्टिम की कहानी को लोगों के सामने लाया गया है.
'मर्दानी' को देख महिलाओं को मिलेगी हिम्मत
इसके अलावा वुमेन्स डे के मौके पर रानी मुखर्जी की 'मर्दानी' को भी आपको जरूर देखना चाहिए. फिल्म में महिलाओं पर हुए अत्याचार और उनके खिलाफ खड़ी एक मर्दानी देखने को मिलती है. इस फिल्म को आप प्राइम वीडियो पर देख सकते है.