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गंजा सिर, माथे पर मांगटीका... इस दुल्हन की शादी देख पकड़ लेंगे माथा

Indian Bride Neehar: नीहार सचदेवा ने अपनी शादी में गंजे सिर के साथ आत्मविश्वास का उदाहरण पेश किया. उन्हें बचपन में ऐलोपेशिया हुआ था, लेकिन उन्होंने इसे चुनौती की बजाय अवसर माना. नीहार ने साबित किया कि असली सुंदरता आत्मविश्वास में होती है, न कि बाहरी दिखावे में.

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Indian Bride Neehar: बालों को सुंदरता का अहम हिस्सा माना जाता है, खासकर भारतीय संस्कृति में, जहां बालों को खूबसूरती के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. बालों का गिरना किसी के लिए सबसे बुरा सपना हो सकता है. लेकिन नीहार सचदेवा ने इन पारंपरिक मान्यताओं को चुनौती दी जब उन्होंने अपनी शादी में गंजे सिर के साथ सुंदरता का नया उदाहरण प्रस्तुत किया.

नीहार सचदेवा की प्रेरणादायक कहानी: नीहार सचदेवा, जो अमेरिका में रहती हैं, को महज छह महीने की उम्र में ऐलोपेशिया (Alopecia) का पता चला था. ऐलोपेशिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम बालों की जड़ें (follicles) को नुकसान पहुंचाता है, जिसके कारण बालों का झड़ना शुरू हो जाता है. 

शादी में गंजे सिर के साथ दुल्हन बनी नीहार

हाल ही में, नीहार सचदेवा ने अपने जीवन के सबसे खूबसूरत दिन, अपनी शादी में, गंजे सिर के साथ न सिर्फ अपनी असली सुंदरता को अपनाया, बल्कि उसे गर्व से सबके सामने दिखाया. शादी के दिन, नीहार लाल रंग की शानदार लहंगा चोली में सजी हुई दिखीं, जो सुनहरे और सफेद कढ़ाई से सजी हुई थी, और साथ में हल्के हरे रंग की ज्वैलरी भी पहनी थी, जिसमें नेकलेस, कान की बालियां, नथ, कलीरे, चूड़ा और मांग टीका शामिल था.

शादी की रस्म के दौरान, नीहार ने एक लाल घूंघट पहना हुआ था, लेकिन जैसे ही वह मंडप तक पहुंचीं, उन्होंने घूंघट को हटा दिया और गंजे सिर के साथ सबके सामने आ गईं. उनकी सुंदरता में कोई कमी नहीं थी, बल्कि उनका आत्मविश्वास ही उन्हें और भी खास बना रहा था.

नीहार सचदेवा का ऐलोपेशिया के साथ सफर

नीहार ने अपनी स्थिति को हमेशा एक चुनौती के रूप में नहीं देखा, बल्कि एक ऐसा अवसर माना जिससे वह खुद को और मजबूत बना सकें. हालांकि, बचपन में जब उन्हें अपने बालों का गिरना महसूस हुआ, तो उनके परिवार ने इसे गुप्त रखने की कोशिश की और उन्हें स्कूल में भी विग पहनने के लिए कहा. नीहार के परिवार को इस बात की चिंता थी कि समाज क्या सोचेगा, खासकर दक्षिण एशियाई संस्कृति में जहां बालों को एक बड़े सौंदर्य प्रतीक के रूप में देखा जाता है. 

क्या आप नीहार के आत्मविश्वास से प्रेरित हुए?

नीहार सचदेवा ने यह साबित कर दिया कि असली सुंदरता आत्मविश्वास में होती है, न कि बाहरी दिखावे में. गंजे सिर के साथ शादी में चलने का उनका साहस सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा है. उन्होंने यह दिखा दिया कि खुद को स्वीकार करना और अपनी असली पहचान को अपनाना सबसे महत्वपूर्ण है. नीहार की इस शादी ने समाज के पारंपरिक विचारों को चुनौती दी और एक नई मिसाल स्थापित की.

क्या आप भी नीहार की तरह अपने आत्मविश्वास को सच्ची सुंदरता मानते हैं?