Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान रिश्तों में आई तल्खी के बीच, फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने बड़ा कदम उठाया है. फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने पाकिस्तानी कलाकारों के साथ किसी भी तरह के सहयोग को लेकर सख्त रुख अपनाया है. FWICE के महासचिव अशोक दुबे ने साफ कहा है कि अगर कोई भारतीय सदस्य पाकिस्तानी कलाकारों या तकनीशियनों के साथ काम करता पाया गया, तो उस पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.
दुबे ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, 'चूंकि यह राष्ट्रीय हित का मामला है, इसलिए राष्ट्र सबसे पहले आता है. पहलगाम में हमारे नागरिकों पर हुआ हमला शर्मनाक है. हमने साफ कर दिया है कि कोई भी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करेगा, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.'
FWICE ने इस संबंध में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भी पत्र भेजा है, जिसमें औपचारिक अधिसूचना जारी करने की मांग की गई है ताकि पाकिस्तानी कलाकारों के साथ सहयोग करने वालों पर देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा सके.
इस विवाद का सीधा असर फिल्म 'अबीर गुलाल' पर भी पड़ा है, जिसमें पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान अहम किरदार में है. फिल्म 9 मई 2025 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब लग रहा है कि FWICE के इस फैसले से फिल्म को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. दुबे ने कहा कि फिल्म मेकर विवेक अग्रवाल को एक पत्र भेजा गया है जिसमें फिल्म को रिलीज न करने की चेतावनी दी गई है.
गौरतलब है कि फवाद खान को 2016 के उरी हमले के बाद भारत में काम करने से बैन कर दिया गया था. उनकी आखिरी बॉलीवुड उपस्थिति 'ऐ दिल है मुश्किल' में थी. 'अबीर गुलाल' उनकी नौ साल बाद वापसी की कोशिश मानी जा रही थी.
FWICE ने अपने सभी संगठनों को चेतावनी पत्र भेजना शुरू कर दिया है और इस फैसले को सख्ती से लागू करने की बात कही है. दुबे ने स्पष्ट शब्दों में कहा, 'कोई भी व्यक्ति जो फिर से ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाया गया, उसे फिल्म उद्योग में काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.'