आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में सेंट ऐन्स हाई स्कूल के चार छात्रों ने अपनी पढ़ाई और हॉस्टल छोड़कर एक नया सफर शुरू करने का साहसिक लेकिन चिंताजनक कदम उठाया. यह घटना फिल्म लकी भास्कर से प्रेरित होकर हुई, जिसमें एक आम व्यक्ति के गरीबी से अमीरी तक के संघर्ष को दिखाया गया है.
सुबह 6:20 बजे हॉस्टल से भागने का प्लान
फिल्म से प्रेरणा बनी भागने की वजह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि छात्रों ने घटना से एक दिन पहले लकी भास्कर फिल्म देखी थी. फिल्म में नायक भास्कर गरीबी से बाहर निकलने के लिए साहसिक लेकिन गैर-कानूनी रास्ता अपनाता है. इसी प्रेरणा ने छात्रों को अपना जीवन बेहतर बनाने के लिए हॉस्टल छोड़ने का फैसला करने पर मजबूर किया.
परिजनों ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
जब छात्रों ने अपने घरों से संपर्क नहीं किया तो उनके अभिभावकों ने महारानी पेटा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. जांच में पता चला कि छात्रों में से एक, किरा कुमार, के पास 12,000 रुपये थे, जिनमें से 8,000 रुपये उसने हॉस्टल फीस के लिए चुकाए और 4,000 रुपये अपने साथ लेकर गया.
पुलिस कर रही है हरसंभव प्रयास
पुलिस ने इन छात्रों की तलाश के लिए एक विशेष टीम गठित की है. रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप जैसे सार्वजनिक स्थानों पर उनकी खोजबीन की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छात्रों का पता लगाने का प्रयास जारी है.
समाज के लिए एक सीख
यह घटना यह दिखाती है कि कैसे फिल्मों का प्रभाव युवाओं के मन पर गहराई से पड़ सकता है. इस मामले ने अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक गंभीर संदेश छोड़ा है कि बच्चों पर सकारात्मक मार्गदर्शन बनाए रखें और यह सुनिश्चित करें कि वे प्रेरणा और वास्तविकता के बीच के अंतर को समझें.
नतीजे का इंतजार
जांच जारी है, और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही छात्रों का पता लगाया जा सकेगा. इस घटना ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि समाज और मनोरंजन का युवा पीढ़ी पर क्या प्रभाव पड़ता है.