Hansal Mehta: भारतीय फिल्म मेकर हंसल मेहता ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा किया. अपनी पोस्ट में मेहता ने अपनी गहरी भावनाओं और अफसोस का इजहार करते हुए कहा कि उन्हें डॉ. सिंह से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने उनकी जीवनगाथा को पर्दे पर जिस तरह प्रस्तुत किया, उसे लेकर वह खुद को दोषी महसूस करते हैं.
हंसल मेहता ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, 'देश को उनसे माफी मांगनी चाहिए. किसी और से ज्यादा, मुझे उनसे माफी मांगनी चाहिए. चाहे जो भी मजबूरी या इरादा हो, यह एक ऐसा अफसोस है जिसे मैं बहुत भारी मन से सहूंगा. माफ कीजिए, सर.'
The nation owes him an apology. More than anybody else, I owe him one. Whatever the compulsion or intent, it is a regret I will carry with a very heavy heart. Sorry, sir.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) December 27, 2024
Besides your achievements as an economist, Finance Minister, and Prime Minister, you were an honorable… pic.twitter.com/hJRRU2jGUL
मेहता ने फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' में डॉ. मनमोहन सिंह पर आधारित कहानी का निर्माण किया था, जिसमें उनका चित्रण और उनके नेतृत्व के दौरान की गई कुछ नीतियों को लेकर फिल्म में विवाद उठे थे. हंसल ने डॉ. सिंह की गरिमा और शालीनता की सराहना करते हुए लिखा, 'एक अर्थशास्त्री, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में आपकी उपलब्धियों के अलावा, आप एक सम्माननीय व्यक्ति थे - एक ऐसे पेशे में एक दुर्लभ सज्जन व्यक्ति जो बदमाशों के वर्चस्व में था.'
डॉ. मनमोहन सिंह ने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अपनी अद्वितीय छाप छोड़ी. 1991 के आर्थिक उदारीकरण के दौर में वित्त मंत्री के रूप में उनके फैसले ने देश को नई दिशा दी थी. बाद में 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में उनके नेतृत्व में भारत ने कई अहम वैश्विक और आंतरिक चुनौतियों का सामना किया. हालांकि, उनके दूसरे प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा, लेकिन उनके व्यक्तित्व और कार्यों में कभी कोई संदेह नहीं रहा.
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद, पूरे देश में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा. उनके सम्मान में राजकीय अंतिम संस्कार किया जाएगा, जो उनकी जीवन की सेवा और योगदान का सशक्त प्रतीक होगा.
हंसल मेहता ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें इस बात का गहरा अफ़सोस है कि फिल्म में डॉ. मनमोहन सिंह की छवि को लेकर उन्होंने कुछ ऐसे पहलुओं को छुआ जो गलत तरीके से दर्शाए गए हो सकते थे. उनके लिए यह एक कठिन समय था, और वे मन से उस स्थिति को स्वीकार कर रहे हैं.