सोने की तस्करी मामले में रान्या राव को झटका, कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज की
34 साल की रान्या राव को राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने उस वक्त हिरासत में लिया, जब वह दुबई से लौट रही थीं. अधिकारियों को उनकी लगातार अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर शक हुआ था. जांच के दौरान उनके पास से भारी मात्रा में सोना बरामद हुआ, जो कथित तौर पर अवैध रूप से भारत लाया जा रहा था.
कन्नड़ फिल्मों की अभिनेत्री रान्या राव को सोने की तस्करी के मामले में बड़ा झटका लगा है. बेंगलुरु की आर्थिक अपराध अदालत ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया है. यह जानकारी समाचार एजेंसी ANI ने दी. रान्या को 3 मार्च को दुबई से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचते ही गिरफ्तार किया गया था. उनके पास से 14 किलोग्राम सोने की छड़ें बरामद हुई थीं, जिनकी कीमत 12.56 करोड़ रुपये आंकी गई है.
मामले में दूसरा आरोपी भी कोर्ट में
इस मामले में दूसरा आरोपी, तरुण कोंडुरु, ने भी आर्थिक अपराध अदालत में जमानत के लिए अर्जी दायर की है. उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई शनिवार को दोपहर 3 बजे होगी. तरुण इस सोने की तस्करी के मामले में रान्या के साथ सह-आरोपी हैं. इस घटना ने कर्नाटक में खासी सुर्खियां बटोरी हैं, क्योंकि रान्या एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं और उनकी गिरफ्तारी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
कैसे पकड़ी गईं रान्या?
34 साल की रान्या राव को राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने उस वक्त हिरासत में लिया, जब वह दुबई से लौट रही थीं. अधिकारियों को उनकी लगातार अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर शक हुआ था. जांच के दौरान उनके पास से भारी मात्रा में सोना बरामद हुआ, जो कथित तौर पर अवैध रूप से भारत लाया जा रहा था. DRI ने इसे एक बड़े तस्करी रैकेट का हिस्सा माना है और इसकी जांच तेज कर दी है.
जांच का दायरा बढ़ा
रान्या की गिरफ्तारी के बाद से इस मामले में जांच का दायरा बढ़ गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी इस मामले की तह तक जाने के लिए सक्रिय हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, इस तस्करी में अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका भी जताई जा रही है. रान्या के अलावा तरुण कोंडुरु की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, और कोर्ट में उनकी जमानत पर फैसला इस मामले की दिशा तय कर सकता है.
कोर्ट ने अपनाया कड़ा रुख
आर्थिक अपराध अदालत ने रान्या की जमानत याचिका को खारिज करते हुए सख्त रवैया अपनाया है. इससे साफ है कि इस मामले को लेकर कानूनी कार्रवाई गंभीरता से की जा रही है. रान्या अभी न्यायिक हिरासत में हैं और जांच एजेंसियां इस बात का पता लगा रही हैं कि क्या यह तस्करी का पहला मौका था या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है.
यह मामला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में भी चर्चा का विषय बना हुआ है. रान्या राव की गिरफ्तारी और जमानत खारिज होने से यह सवाल उठ रहा है कि क्या मशहूर हस्तियां भी ऐसे अपराधों में शामिल हो सकती हैं. इस घटना ने एक बार फिर हवाई अड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी बहस छेड़ दी है. आगे की जांच और तरुण की जमानत पर फैसले से इस मामले में नए खुलासे होने की उम्मीद है.