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कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच ठनी, कोर्ट ने दे डाली Last Warning

पिछले कुछ सालों से बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और सिंगर जावेद अख्तर के बीच एक विवाद चल रहा है. अब कोर्ट ने कंगना रनौत को उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने से पहले 'आखिरी मौका' दिया है.

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Kangana Ranaut and Javed Akhtar: मुंबई की एक अदालत ने मंगलवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत को उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने से पहले 'आखिरी मौका' दिया. यह चेतावनी इसलिए दी गई क्योंकि वह बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर के साथ चल रहे मानहानि मामले के निपटारे के लिए तय मध्यस्थता बैठक में शामिल नहीं हुईं.

कंगना रनौत के वकील रिजवान सिद्दीकी ने बांद्रा कोर्ट को सूचित किया कि उनकी मुवक्किल संसद में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में व्यस्त थीं, जिसके कारण वह अदालत में पेश नहीं हो सकीं.

अख्तर के वकील ने वारंट की मांग की

इस पर, जावेद अख्तर की ओर से पेश हुए वकील जय के भारद्वाज ने कोर्ट में एक आवेदन दाखिल किया, जिसमें उन्होंने कंगना रनौत की बार-बार अनुपस्थिति को देखते हुए उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की मांग की. भारद्वाज ने तर्क दिया कि एक्ट्रेस करीब 40 से अधिक सुनवाई के दौरान गैरहाजिर रही हैं, जबकि उनकी उपस्थिति जरूरी थी.

कोर्ट ने कंगना रनौत के वकील को आवेदन पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया. उनके वकील ने वारंट जारी करने का विरोध किया, जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने कहा कि वारंट जारी करने से पहले कंगना को 'आखिरी मौका' दिया जाएगा.

कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच विवाद की जड़

कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच यह कानूनी विवाद साल 2016 में हुई एक बैठक से जुड़ा है. उस समय कंगना रनौत और बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन के बीच ईमेल आदान-प्रदान को लेकर बड़ा विवाद चल रहा था. बताया जाता है कि ऋतिक रोशन के करीबी जावेद अख्तर ने इस मामले में इंटरफेयर किया और कंगना को माफी मांगने के लिए कहा.

हालांकि, कंगना ने तुरंत कोई रिएक्शन नहीं दी, लेकिन साल 2020 में सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद उन्होंने एक टेलीविजन इंटरव्यू में इस बैठक का जिक्र किया. जावेद अख्तर ने इस इंटरव्यू में कही गई बातों को अपमानजनक मानते हुए कंगना के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया.

कंगना की जवाबी शिकायत

बाद में, कंगना रनौत ने भी जावेद अख्तर के खिलाफ एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि गीतकार ने उन पर अनुचित दबाव डाला और माफी मांगने के लिए मजबूर करने की कोशिश की. हालांकि, डिंडोशी सत्र न्यायालय ने अख्तर के खिलाफ इस कार्यवाही पर रोक लगा दी है.

दिसंबर 2024 में दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मध्यस्थता के जरिए मामले को सुलझाने का फैसला किया था. हालांकि, अब तक इस प्रक्रिया में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है. मंगलवार को जब सुनवाई हुई, तब जावेद अख्तर कोर्ट में उपस्थित रहे, लेकिन कंगना संसदीय जिम्मेदारियों के कारण कोर्ट में पेश नहीं हो सकीं. अब अदालत ने उन्हें वारंट जारी करने से पहले अंतिम अवसर दिया है. यदि वह अगली सुनवाई में हाजिर नहीं होती हैं, तो उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाया जा सकता है.