Arijit Singh Birthday: भारतीय संगीत की दुनिया में अपनी खास जगह बना चुके मशहूर सिंगर अरिजीत सिंह को साल 2025 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान उन्हें भारतीय संगीत में उनके अमूल्य योगदान के लिए दिया गया है. एक छोटे शहर से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंचों तक अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाले अरिजीत की कहानी संघर्ष, समर्पण और कड़ी मेहनत से भरी हुई है. आज सिंगर के जन्मदिन पर उनके संघर्ष भरे जीवन के कुछ किस्सों के बारे में जानते हैं.
अरिजीत सिंह की खासियत सिर्फ उनकी आवाज तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी बहुभाषी प्रतिभा भी उन्हें बाकी गायकों से अलग बनाती है. वे हिंदी, बंगाली, मराठी और तेलुगु समेत कई भाषाओं में अपनी आवाज के जादू चला चुके हैं. यही कारण है कि उन्होंने 300 से अधिक गाने अलग अगग भारतीय भाषाओं में गाए हैं, जो उन्हें देशभर में पॉपुलर बनाते हैं.
25 अप्रैल 1987 को पश्चिम बंगाल के मुरारईपुर में जन्मे अरिजीत सिंह का बचपन संगीत के माहौल में बीता. उनकी मां एक सिंगर थीं और मौसी एक जानी मानी शास्त्रीय गायिका. महज तीन साल की उम्र में उन्होंने शास्त्रीय संगीत की विधिवत शिक्षा लेना शुरू कर दिया था. यही प्रारंभिक शिक्षा उनके संगीत के गहरे और स्थायी जुड़ाव की नींव बनी.
अरिजीत सिंह को पहली बार लोगों ने नोटिस किया था 2005 के रियलिटी शो 'फेम गुरुकुल' में, जहां वे भले ही विजेता नहीं बन पाए, लेकिन उनकी प्रतिभा ने सबका ध्यान खींचा. इसके बाद उन्होंने संगीत प्रोग्रामर और सहायक के रूप में काम किया. साल 2013 में फिल्म 'आशिकी 2' के गीत 'तुम ही हो' ने उन्हें रातोंरात सुपरस्टार बना दिया. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक सुपरहिट गाने दिए.
बाजार रिपोर्ट्स के अनुसार, अरिजीत सिंह की कुल संपत्ति लगभग ₹414 करोड़ आंकी गई है. सिंगर की आमदनी के स्रोत के बारे में बात करें तो उन्होंने म्यूजिक एल्बम और फिल्मों में गाने गाए हैं. लाइव कॉन्सर्ट्स और स्टेज परफॉर्मेंस, ब्रांड एंडोर्समेंट, रॉयल्टी से मिलने वाली आय शामिल है.