बॉलीवुड फिल्म मेकर बोनी कपूर की बेटी और एक्टर अर्जुन कपूर की बहन अंशुला कपूर अक्सर लाइमलाइट से दूर रहती हैं. जबकि उनके भाई और सौतेली बहनें जाह्नवी कपूर और खुशी कपूर फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं, अंशुला ने हमेशा से खुद को कैमरे से दूर रखा और अपनी अलग पहचान बनाई. वह एक राइटर, बॉडी पॉजिटिविटी और मेंटल हेल्थ एडवोकेट, एंटरप्रेन्योर और TEDx स्पीकर के रूप में काम कर रही हैं. हाल ही में अंशुला ने एक इंटरव्यू में अपने स्कूल के दिनों की यादें साझा की और बताया कि कैसे वह बॉडी शेमिंग का शिकार रही थीं.
अंशुला कपूर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने स्कूल के दिनों के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि किस तरह उनके शरीर को लेकर बच्चों ने उन्हें चिढ़ाया था और कैसे इस चीज ने उन्हें प्रभावित किया था. अंशुला ने कहा, 'मैं बहुत इंट्रोवर्ट और शर्मीली थी. मेरे अंदर आत्मविश्वास की कमी थी. मैं एक ऐसी बच्ची थी जिसकी बॉडी बड़ी थी और मुझे हमेशा बुली किया जाता था.'
उन्होंने याद करते हुए कहा कि स्कूल में उनके साथी उन्हें 'हाथी' और 'हिप्पोपोटामस' जैसे उपनामों से चिढ़ाते थे. अंशुला ने कहा, 'मैं क्लास में सबसे लंबी बच्ची थी, मेरी बॉडी भी बड़ी थी, और फिर 90 के दशक में मेरे पेरेंट्स का तलाक हो गया, तो मैं मानसिक रूप से और भी उलझन में थी. मुझे नहीं पता था कि क्या हो रहा है. फैमिली वैल्यूज की बातें होती थीं कि किस तरह से पेरेंट्स हमें पाल रहे हैं.'
बॉडी शेमिंग से जूझते हुए अंशुला ने अपनी मां, मौना शौरी और भाई अर्जुन कपूर से बहुत सपोर्ट पाया. उन्होंने कहा, 'जब लोग मुझे चिढ़ाते थे, तो मैं रोने लगती थी, लेकिन मेरे पास मेरी मां और भाई थे जो हमेशा मेरे साथ थे. वे मेरे लिए एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम थे.'
अंशुला ने अपनी मां के बारे में भी कुछ खास बातें साझा कीं. उन्होंने बताया कि जब उनके पेरेंट्स का तलाक हुआ, तो उनकी मां ने किस तरह से उन्हें अकेले संभाला. अंशुला ने कहा, 'जब हम अपने स्पेस में चले गए, तो मां को एक वन मैन आर्मी बनना पड़ा. वह हमेशा देखभाल करने वाली, प्यार देने वाली, प्रॉब्लम सॉल्व करने वाली और कमाने वाली थीं. मेरी मां ही मेरी दोनों पेरेंट्स थीं, और ऐसा लगता था जैसे हमारे लिए उनके पास दस हाथ थे.'