थिएटर भगदड़ विवाद के बीच अल्लू अर्जुन फंस गए अल्लू अर्जुन? Video में एस्कॉर्ट कर बाहर ले जाती दिखी पुलिस

हैदराबाद के संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को हुई भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई. उसका आठ साल का बेटा अभी भी कोमा में है और उसे शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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Gyanendra Sharma

सुपरस्टार अल्लू अर्जन भगदड़ विवाद में बुरे फंसे हैं. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा है कि तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन पुलिस की अनुमति के बिना भी अपनी फिल्म पुष्पा 2 के प्रीमियर में शामिल हुए थे और भगदड़ जैसी स्थिति के बाद उन्होंने वहां से जाने से इनकार कर दिया. अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें पुलिस अभिनेता को बाहर निकाल रही है, जिससे उनके इस दावे की पुष्टि होती है कि पुलिस ने उन्हें थिएटर से बाहर निकाल दिया था. 

हैदराबाद के संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को हुई भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई. उसका आठ साल का बेटा अभी भी कोमा में है और उसे शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तेलंगाना पुलिस प्रमुख जितेन्द्र ने कहा कि हमारा अल्लू अर्जुन या किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है. किसी फिल्म का प्रचार लोगों की सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण है. वे फिल्मों में हीरो हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर उन्हें समाज की समस्याओं को भी समझना चाहिए.

अनुमति न मिलने के बावजूद प्रीमियर में पहुंचे अल्लू अर्जुन

तेलंगाना पुलिस प्रमुख जितेन्द्र ने कहा, हमारा अल्लू अर्जुन या किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है. किसी फिल्म का प्रचार लोगों की सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण है. वे फिल्मों में हीरो हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर उन्हें समाज की समस्याओं को भी समझना चाहिए. कल मुख्यमंत्री ने विधानसभा को बताया था कि सुपरस्टार पुलिस की अनुमति न मिलने के बावजूद उनकी फिल्म 'पुष्पा 2' के प्रीमियर में शामिल हुए थे. 

रेड्डी ने बताया कि उन्होंने अंदर-बाहर आते-जाते समय अपनी कार की सन-रूफ से हाथ भी हिलाया था, जिससे एक तरह का रोड शो हुआ और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसमें एक 35 वर्षीय महिला की मौत हो गई और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. मुख्यमंत्री ने कहा था कि महिला की मौत के बाद भी अभिनेता सिनेमा हॉल से बाहर नहीं गए, जिसके कारण पुलिस को उन्हें जबरन बाहर निकालना पड़ा. 

अल्लू अर्जुन ने क्या कहा? 

अल्लू अर्जुन ने इन दावों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि थिएटर प्रबंधन से अनुमति मांगी गई थी. पुलिस ने रास्ता साफ किया तो मैं अंदर चला गया. मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं. अगर मुझे बताया जाता कि अनुमति नहीं है तो मैं वहां से चला जाता. अभिनेता ने कहा, यह कोई रोड शो या जुलूस नहीं था. मैंने बस लोगों को हाथ हिलाकर संबोधित किया और थिएटर के अंदर चला गया. किसी पुलिसकर्मी ने मुझे वहां से जाने के लिए नहीं कहा. मेरे अपने मैनेजर ने मुझे बताया कि वहां भीड़ बेकाबू है और उन्होंने मुझे वहां से चले जाने को कहा.