Indias Got Latent Controversy: 'पॉपुलैरिटी के लिए आपत्तिजनक कंटेंट का इस्तेमाल', 'इंडियाज गॉट लेटेंट' होगा बैन? AICWA ने गृहमंत्री अमित शाह से की मांग

ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (एआईसीडब्ल्यूए) ने हालिया एपिसोड के लिए भारी विवाद के बीच मेजबान समय रैना और रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. AICWA ने गृह मंत्री अमित शाह और सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है.

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Indias Got Latent Controversy: पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया इंडियाज गॉट लेटेंट में आने के बाद विवादों में आ गए हैं, जिसमें समय रैना भी हैं. शो के लेटेस्ट यूट्यूब एपिसोड के दौरान उनके भद्दे कमेंट के लिए उन्हें भारी ट्रोलिंग मिल रही है. अब ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (एआईसीडब्ल्यूए) ने एक प्रेस बयान जारी कर दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, और शो पर 'तत्काल बैन' लगाने की मांग की है. ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (एआईसीडब्ल्यूए) ने गृह मंत्री अमित शाह और सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है. 

'इंडियाज गॉट लेटेंट' होगा बैन?

लेटर में एसोसिएशन ने यूट्यूब शो ''इंडियाज गॉट लेटेंट'' पर बैन लगाने की मांग की है. AICWA ने पत्र में लिखा है- 'समय रैना के होस्ट और रणवीर इलाहाबादिया, अपूर्व मखीजा, जसप्रीत सिंह, आशीष चंचलानी और दूसरे लोगों के जज किए गए इस शो ने बेहद अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करके सभी नैतिक सीमाओं को पार कर लिया है. जिसमें पेरेंट्स और फैमिली वैल्यूज के खिलाफ कमेंट्स भी शामिल हैं, जो किसी भी सभ्य समाज में बिल्कुल स्वीकार नहीं किया जा सकता.'

 'पॉपुलैरिटी के लिए आपत्तिजनक कंटेंट का इस्तेमाल'

लेटर में आगे लिखा है- 'ये तथाकथित टैलेंट शो स्टैंड-अप कॉमेडी के रूप में छिपी एक सस्ते पैसे कमाने की प्लानिंग के अलावा और कुछ नहीं है. ये व्यक्ति सेल्फ अनाउंसड कॉमेडियन हैं जो अपने यूट्यूब सब्सक्राइबर्स को बढ़ाने, विचारों में हेरफेर करने और कंट्रोवर्सी के जरिए से पॉपुलैरिटी हासिल करने के लिए आपत्तिजनक कंटेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं.' 

AICWA ने पत्र में शो को बैन करने की मांग की और लिखा- 'इस मामले की गंभीरता को देखते हुए AICWA ने ऑफिशियली इंडियाज गॉट लेटेंट से जुड़े सभी लोगों के भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में काम करने पर बैन लगा दिया है. फ्यूचर में कोई भी बॉलीवुड या रीजनल फिल्म प्रोडक्शन हाउस उनके साथ काम नहीं करेगा. हालांकि, ये काफी नहीं है. हम सरकार से रिक्वेस्ट करते हैं कि इस तरह का कंटेंट के यंग माइंड्स को और ज्यादा खराब करने से पहले सख्त कार्रवाई करे.'