संविधान बदल देंगे, तानाशाही आ जाएगी....? क्या हो जाएगा अगर 400 सीटें आ जाएं, अमित शाह ने बताया
अमित शाह ने कहा कि पार्टी 400 से अधिक सीटें इसलिए हासिल करना चाहती है, क्योंकि देश में राजनीतिक स्थिरता लाना है. उन्होंने कहा कि हम अच्छा जनादेश चाहते हैं ताकि देश की सीमाएं सुरक्षित रहे.
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के सभी आरोपो का जवाब दिया है. गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के दावों को खारिज कर दिया है कि भाजपा संविधान में संशोधन के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतना चाहती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को पिछले एक दशक से संविधान में बदलाव करने का जनादेश मिला था लेकिन उसने कभी ऐसा नहीं किया. जनादेश का दुरूपयोग इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस ने किया था.
एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में, शाह ने कहा कि पार्टी का 400 से अधिक सीटें हासिल करने का लक्ष्य देश के राजनीतिक परिदृश्य में स्थिरता लाना है. उन्होंने कहा कि हम अच्छा जनादेश चाहते हैं ताकि देश की सीमाएं सुरक्षित रहे. अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, तीन तलाक को खत्म करने, राम मंदिर बनाने, यूसीसी जैसे कानून बना सके.
400 सीटें क्यों चाहती है बीजेपी?
अमित शाह ने कहा कि हमें पिछले 10 वर्षों से संविधान बदलने का जनादेश मिला है, लेकिन हमने कभी ऐसा नहीं किया. आपको क्या लगता है कि राहुल बाबा और कंपनी क्या कहेंगे, और देश इस पर विश्वास करेगा? इस देश ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया है, और इस देश के लोग पहले से ही जानते हैं कि मोदी जी के पास संविधान बदलने के लिए पहले से ही पर्याप्त बहुमत था, लेकिन हमने ऐसा कभी नहीं किया. हां, हम देश में राजनीति में स्थिरता लाने के लिए लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतना चाहते हैं. हम अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए 400 सीटें चाहते हैं.
राहुल गांधी ने संविधान पर बताया था खतरा
हमें 400 सीटें चाहिए क्योंकि अभी भी हर घर तक साफ पानी नहीं पहुंच पाया है, और इस देश में जैविक खेती के क्षेत्र में बहुत काम किया जाना है. हम 400 सीटें चाहते हैं क्योंकि हम 70 साल से अधिक उम्र के प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करना चाहते हैं. शाह की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा था कि एक राजनीतिक दल ने अपने चुनाव प्रचार में कथित तौर पर वादा किया है कि अगर वे चुनाव जीतेंगे तो संविधान को उखाड़ फेंकेंगे.
हर पार्टी विस्तार चाहती है
इसके अलावा, गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राम मंदिर के निर्माण जैसे वादों को पूरा करने में भाजपा के ट्रैक रिकॉर्ड का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया है, तीन तलाक को हटा दिया है और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया है. हम अपने शासन के पिछले दस वर्षों में जनादेश की मदद से समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लाए हैं. जब उनसे पूछा गया कि '400 पार' का नारा किसी बड़े कदम के लिए जरूरी लग रहा है, तो अमित शाह ने कहा कि 400 पार और 272 के बीच ज्यादा अंतर नहीं है और बीजेपी सिर्फ विस्तार चाहती है. हमें किसी बड़े कदम के लिए कभी भी 400 सीटों की ज़रूरत नहीं थी. हम इसे अब कर सकते हैं. क्या कोई अपने काम का विस्तार करने की कोशिश नहीं करेगा; क्या भाजपा अपना विस्तार नहीं करेगी?
बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास कांग्रेस का
इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है, लेकिन इंदिरा गांधी के समय बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास कांग्रेस ने किया था. उन्होंने अनुच्छेद बदल दिया. लोकसभा का विस्तार किया गया, आपातकाल लगाया गया और 1.5 लाख लोगों को बिना किसी कारण के 19 महीने के लिए जेल भेज दिया गया, हमने कभी इसका दुरुपयोग नहीं किया और कोई भी राहुल बाबा को गंभीरता से नहीं लेता है. लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से जीत का भरोसा जताते हुए अमित शाह ने कहा कि देश में स्थिर सरकार बनाने के लिए देश की जनता पीएम मोदी के साथ है.