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'मौलाना बैठ...' से प्रायश्चित तक, आखिर मीडिया से दूर कैसे हो गए BJP के चहेते संबित पात्रा?

एक जमाने में संबित पात्रा, अपना मेडिकल प्रोफेशनल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. उनके बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होते थे, अब उनके लिए पहले की तरह क्रेज नहीं रह गया है. वजह एक नहीं, कई हैं.

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Edited By: India Daily Live
Sambit Patra
Courtesy: X/SambitPatra

Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, अपनी जुबान फिसलने की वजह से अक्सर ट्रोल होते हैं. कभी वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का राष्ट्रपिता बता बैठते हैं, कभी उन्हें भगवान जगन्नाथ का आराध्य बता बैठते हैं. संबित पात्रा, अपने एक बयान के बाद 3 दिनों तक प्रायश्चित करने जा रहे हैं. 

पुरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो के बाद संबित पात्रा ने कहा था कि भगवान जगन्नाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भक्त है. संबित पात्रा ने कहा था, 'पुरी के इष्टदेव भगवान जगन्नाथ, मोदी के भक्त हैं.

उन्होंने कहा था, 'पीएम मोदी को देखने के लिए यहां लाखों की संख्या में लोग जुटे हैं. जगन्नाथ मोदी के भक्त हैं और हम सभी पीएम मोदी के परिवार हैं. मैं अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर सकता और मुझे लगता है कि आज सभी ओडिया लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है.'

बयान पर बुरी तरह ट्रोल हो रहे संबित पात्रा
संबित पात्रा पर इंडिया ब्लॉक के नेताओं से लेकर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक तक भड़के हुए हैं. नवीन पटनायक ने कहा है कि एक इंसान की तुलना भगवान से करना और भगवान को किसी इंसान का भक्त बता देना कितना गलत होता है. क्या महाप्रभु जगन्नाथ किसी के भक्त हो सकते हैं.

क्यों प्रायश्चित पर जा रहे संबित पात्रा?
संबित पात्रा अब प्रायश्चित करेंगे. उन्होंने कहा, 'मैं महाप्रभु श्रीजगन्नाथ जी के संबंध में की गई अपनी त्रुटि से बहुत परेशान हूं. मैं महाप्रभु श्रीजगन्नाथ जी के चरणों में प्रणाम करता हूं और क्षमा मांगता हूं. मैं अपनी गलती को सुधारने और पश्चाताप करने के लिए अगले तीन दिनों तक उपवास करूंगा.'

क्यों अब संबित पात्रा को नहीं मिलता है भाव?
संबित पात्रा, तर्क और तथ्यों से कम, अपने बयानों से विपक्षी पार्टी को परेशान ज्यादा करने वाले प्रवक्ता रहे हैं. संबित पात्रा, गौरव वल्लभ से लेकर अनुराग भदौरिया तक को नहीं छोड़ा है. संबित पात्रा, मौलाना, मुल्ला, गद्दार और देशद्रोही जैसे उपमाओं से विपक्षियों को नवाजते देर नहीं लगाते.
उन्होंने ऐसे कई विवादित बयान दिए हैं, जिसकी वजह से मीडिया में उन्हें अब पहले की तरह भाव नहीं मिलता. साल 2019 में पुरी से लोकसभा चुनवा भी हार गए थे, जबकि देश में प्रचंड मोदी लहर थी और वे देश की नंबर वन पार्टी के प्रवक्ता थे.

संबित पात्रा के वे बयान जिसकी वजह से मीडिया ने बना ली दूरी
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देश में राम मंदिर बनकर तैयार नहीं हुआ था. न्यूज18 टीवी पर बहस चल रही थी, तभी संबित पात्रा ने इस्लामिक स्कॉलर एजजाज काजमी से कहा, 'अरे मौलाना बैठ जाओ, तुम जमीन से भीख नहीं मांग रहे, शांति बैठ जाओ, अरे मौलाना बैठ.'

- न्यूज18 के ही एक कार्यक्रम में संबित पात्रा ने नरेंद्र मोदी को देश का बाप कहा था. इस बयान पर वे बुरी तरह से ट्रोल हुए थे. लोगों ने कहा था कि नरेंद्र मोदी की महात्मा गांधी से क्यों तुलना की जा रही है. 

- संबित पात्रा, अपने बयान में हिंदू-मुस्लिम पर जमकर सियासत करते हैं. वे इस्लामिक स्कॉलर्स की जमकर खिंचाई करते हैं और उन्हें मौलाना और तू-तड़ाक से भी बात करते हैं. नेशनल टेलीविजन पर भी ऐसे कई मौके आए हैं, जब उनके बयानों पर हंगामा खड़ा हो गया है. अब लोग किसी हंगामे से बचने के लिए भी उन्हें कम बुलाते हैं. 

- संबित पात्रा पर आरोप लगते हैं कि वे अपनी बात सच साबित करने के लिए कहीं का प्रसंग कहीं से जोड़ देते हैं. वे अपने भाषणों में तथ्यात्मक कम, भावनात्मक पुट ज्यादा डालते हैं, जिसकी वजह से टीवी चैनलों पर ही फैक्ट चेक का क्लेम आने लगता है.