'थार का जवाब वोट से,' अखिलेश यादव को लखीमपुर में याद आया ऐसा कांड, जिसे भूल नहीं पाएगी BJP!
किसान आंदोलन और लखीमपुर खीरी का थार कांड. यह ऐसा कलंक है जो भारतीय जनता पार्टी के माथे पर लगा है. विपक्ष अजय मिश्र टेनी को इस मुद्दे पर घेरती है. क्या है यह माजरा, आइए जानते हैं.
Lok Sabha Elections 2024: अखिलेश यादव ने लखीमपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के गढ़ लखीमपुर-खीरी में एक ऐसे कांड का जिक्र किया है, जिसका दाग पार्टी के माथे पर लगा है. अखिलेश यादव ने एक जनसभा में जनता को वहां हुए 'थार कांड' की याद दिला दी है. वही थार, जिसकी चपेट में आकर आंदोलनरत किसानों की मौत हो गई थी. यह गाड़ी गलती से नहीं बल्कि जानबूझकर चढ़ाई गई थी.
अखिलेश यादव ने कहा, 'इस बार मन बनाया है कि थार का जवाब वोट से देने का काम यहां के लोग करेंगे. जो लोग कह रहे हैं उन्हें और बड़ा बना देंगे, हमें पूरा भरोसा है लखीमपुर के किसानों और जवानों पर कि ये जिला हमारा बॉर्डर जिला है. इस बार यहां की जनता इतना वोट डालेगी, इतना वोट डालेगी कि बीजेपी का प्रत्याशी बॉर्डर के पार चला जाएगा.'
'टेनी को बड़ा आदमी बनाना चाहते हैं अमित शाह'
अमित शाह ने लखीमपुर में हुई एक जनसभा में कहा था कि अजय मिश्र टेनी को जिता दो, मैं इन्हें बड़ा आदमी बना दूंगा. अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र पर ही किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाने के गंभीर आरोप हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में कोर्ट ने आरोप भी तय कर दिए हैं. आरोपियों को हत्या और हत्या की कोशिश के कई गंभीर आरोप लगे हैं. अब अखिलेश यादव लखीमपुर में इसका जिक्र छेड़कर सियासी बवाल मचा दिया है.|
क्या है लखीमपुर का थार कांड?
साल 2021 में किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान हिंसा भड़की और एक थार किसानों को कुचलती हुई आगे बढ़ गई. हिंसा में करीब 4 किसानों की मौत हो गई थी. आरोप लगा था कि गाड़ी अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने लोगों ने पर चढ़ा दी थी. बीजेपी इस कांड को लेकर हमेशा विपक्ष के निशाने पर रही है.