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'सिर्फ हिंदू नहीं मुसलमानों के भी है राम', लोकसभा चुनाव से पहले फारुक अब्दुल्ला ने क्यों अलापा सनातन राग

Lok Sabha Elections 2024: 2024 के आम चुनावों में चरणबद्ध तरीके से मतदान जारी है और पहले चरण के सफलतापूर्वक समाप्ति के बाद दूसरे चरण की जोर-शोर से तैयारी है. इस बीच जम्मू-कश्मीर की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला भी चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं.

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Edited By: India Daily Live
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Lok Sabha Elections 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला इस समय चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं और घाटी में लोगों से उनकी पार्टी को वोट देने की अपील कर रहे हैं. दूसरे चरण के चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल 28 राजनीतिक दलों ने रविवार को रांची में एक महारैली भी आयोजित की और इसे उलगुलान न्याय महारैली का नाम दिया.

महारैली में राम नाम जपते नजर आए अब्दुल्ला

इस महारैली में सभी बड़े नेता पहुंचे थे और मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए अपनी-अपनी पार्टी को वोट देने की अपील कर रहे थे. इस फेहरिस्त में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी शामिल थे जिन्होंने बीजेपी के राम पर एकाधिकार होने की बात कहते हुए हमला बोला कि भगवान राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं बल्कि सभी के हैं.

अब्दुल्ला ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए कहा, 'वे भगवान राम को बेच रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि वे उन्हें लाए हैं. वे भगवान राम को नहीं जानते. वह केवल हिंदुओं के नहीं बल्कि दुनिया के हैं. राम सबके हैं. लेकिन उन्होंने राम को अपना बना लिया है और दावा किया है कि वह केवल उनके हैं.'

केजरीवाल-सोरेन की लोकप्रियता से डर गई है बीजेपी

फारूक अब्दुल्ला ने इस दौरान बीजेपी पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करवाने की साजिश करने का आरोप लगाया और कहा कि वो इन नेताओं की लोकप्रियता से डर गई है. केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को दिल्ली की अब समाप्त हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. वह तिहाड़ जेल में बंद हैं.

उन्होंने कहा, 'उन्हें बिना किसी गलती के सलाखों के पीछे डाल दिया गया. बीजेपी केजरीवाल-सोरेन की लोकप्रियता से डर गई है और इसी वजह से विपक्ष को खत्म करने की साजिश रच रही हैं. मैं लोगों से अपील करता हूं कि देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों के पक्ष में वोट डालें.'

इससे पहले ईडी ने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद कथित भूमि धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था.