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राजनीति में आने से पहले राहुल गांधी ने खोली थी कंपनी, क्या आपको पता है नाम?

Rahul Gandhi Company: राजनीति में एंट्री करने से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक कंपनी की शुरुआत की थी. राहुल की ओर से दायर एक हलफनामे के अनुसार कंपनी के 83% शेयर राहुल के पास थे.

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Edited By: India Daily Live
Rahul Gandhi
Courtesy: Social Media

Backops Services Limited: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने साल 2002 में राजनीति में एंट्री की थी. राजनीति में आने से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक कंपनी खोली थी. राहुल गांधी की इस कंपनी का नाम बैकॉप्स सर्विसेज लिमिटेड था. यह कंपनी व्यापार और उससे जुड़े मामलों पर सलाह देने का काम करती थी. अपने दोस्तों के साथ इस कंपनी को शुरू करने के महज दो साल बाद राहुल गांधी ने राजनीति में कदम रखी थी.

विदेश में पढ़ाई, नौकरी और पिर कंपनी चलाने के बाद राहुल गांधी ने देश वापसी की और फिर अपनी मां सोनिया गांधी की तरह राजनीति में एक्टिव हुए. इसके बाद 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने उन्हें अमेठी से चुनाव लड़ाया. बता दें, अमेठी गांधी परिवार की पारंपरिक सीट मानी जाती रही थी.

कंपनी के 83% शेयर राहुल के पास

राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी इस कंपनी में सह-निदेशक के रूप में कार्यरत थीं. राहुल गांधी की ओर से साल 2004 के जारी चुनावी हलफनामे में बताया गया है कि इस कंपनी में उनके 83% शेयर हैं और उन्होंने इसमें 2.50 लाख रुपए का पूंजी निवेश किया है. हलफनामे के अनुसार साल 2002 में स्थापित इस कंपनी को बाद में भंग कर दी गई थी और इसका अंतिम रिटर्न जून 2010 में दाखिल किया गया था.

पहली बार 2004 में चुनाव जीते थे राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पढ़ाई करने के बाद करीब 2 साल तक अपनी कंपनी चलाई और फिर राजनीति में कदम रखी. राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2004 में पहली बार अमेठी से चुनाव लड़े और जीत दर्ज कर लोकसभा पहुंचे थे. इसके बाद अमेठी सीट से वह लगातार सांसद बनते रहे. हालांकि, लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान उन्हें इस सीट पर करारी शिकस्त मिली थी.  

अमेठी सीट पर एक नजर

यूपी की अमेठी लोकसभा सीट से साल 1999 में सोनिया गांधी सांसद बनीं थी और फिर इस सीट को राहुल गांधी के लिए छोड़ दिया था. इसके बाद से राहुल गांधी इस सीट पर लगातार जीत करते रहे लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने गांधी परिवार की इस सेफ सीट को गंवा दिया.