'एक परिवार के 4 लोग, सबने उड़ाई संविधान की धज्जियां,' पीएम मोदी ने गिना दी नेहरू से राहुल तक की गलतियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू-गांधी परिवार पर आरोप लगाया है कि इस परिवार ने संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने गांधी परिवार को इमरजेंसी से लेकर यूपीए-2 के कार्यकाल तक पर घेरा है.

ANI
India Daily Live

Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवारवाद को लेकर नेहरू-गांधी पर को हमेशा घेरते रहते हैं. उन्होंने अब कहा है कि एक ही परिवार के 4 लोगों ने संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब वह दौर चला गया है जब लोग संविधान से छेड़छाड़ करते थे, हम संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ नहीं होने देंगे. पीएम मोदी ने कहा कि हम इस देश के संविधान के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे.

प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया टुडे के साथ इंटरव्यू में जवाहर लाल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक की गलतियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि इस परिवार ने संविधान के साथ जैसा खिलवाड़ किया है, वैसा किसी ने नहीं किया है. उन्होंने मनमोहन सिंह सरकार को रिमोट कंट्रोल की सरकार तक कह दिया.

'नेहरू ने सबसे पहले बदला संविधान'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस देश में सबसे पहले संविधान की धज्जियां किसने उड़ाई. पंडित नेहरू ने किया. पहला संविधान संशोधन उन्होंने किया. उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी को प्रतिबंधित किया जो लोकतंत्र के खिलाफ था. दूसरा, उनकी बेटी. उनकी बेटी ने भी संविधान तोड़ा. बेटी ने क्या किया, कोर्ट ने जजमेंट दिया कि आप सांसद नहीं रह सकती. उन्होंने इमरजेंसी लाकर आदेश पलट दिया. 800 अखबारों को बंद कर दिया.'

'राजीव गांधी ने पलटा सुप्रीम कोर्ट का फैसला'
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'उसके बाद उनके बेटे आए. शाहबानो का जजमेंट आया. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को बदल दिया. संविधान को बदल दिया. फिर वे कानून लाए मीडिया को प्रतिबंधित करने का. देश में विपक्ष मजबूत हुआ, विपक्ष ने कहा कि हम अब देश में फिर से इमरजेंसी नहीं लागू होने देंगे. फिर उनके बेटे आए जो रिमोट कंट्रोल से शासन चलाते थे. रिमोट कंट्रोल सरकार के प्रधानमंत्री थी.'

'शहजादे ने फाड़ दिया कैबिनेट का फैसला'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'संविधान की कोख से सरकार बनी, संविधान की कोख से कैबिनेट बनी थी, उस कैबिनेट ने एक निर्णय लिया. एक शाहजदा ने कैबिनेट के निर्णय की धज्जियां उड़ा देता है. कैबिनेट भी उसे वापस लेती है. इसका मतलब ये हुआ कि एक ही परिवार के 4 लोगों ने अलग-अलग वक्त पर संविधान की धज्जियां उड़ा दिया हैं. उन लोगों को संविधान के प्रति गंदी हरकत करने का दौर चला गया.'

'कभी नहीं बदलेंगे संविधान की मूल भावना'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि मोदी जिंदा है जब तक, संविधान सभा की मूल भावना, धर्म के अधार पर आरक्षण नहीं मिलेगा. धर्म के आधार पर आपने देश को बांट दिया, धर्म के आधार पर ये करोगे. अपने स्वार्थ के लिए यह करोगे, अपने देश को एजुकेट करो, उसके लिए जीवन खपा दूंगा.'