बीफ, मछली, मुस्लिम लीग और अब सीजनल सनातनी पर जंग, कहां से चुनाव में आ गए ये मुद्दे?
Lok Sabha Election 2924: लोकसभा चुनाव से पहले मेन मुद्दे कही खो गए हैं.राजनीतिक पार्टियां नए-नए जुमलों के साथ जनता को उलाझाने की कोशिश में जुटी हैं. बीफ, मछली, मुस्लिम लीग के बाद अब सीजनल सनातनी पर बयानबाजी जारी है.
Lok Sabha Election 2924: किसी भी चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां विकाश को मुद्दा बनाती हैं, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता है मूल मुद्दे गायब हो जाते हैं और गैर-जरूरी बातें होने लगती है. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भी कई ऐसे बयान दिए जा रहे हैं जिनका आम जनता से कोई वास्ता नहीं है. जहां बातें, रोजगार की होनी चाहिए थी, वहां बीफ और मछली पर बयानबाजी हो रही हैं. योजना-नीतियों की जगह मुस्लिम लीग और सीजनल सनातनी पर बहस हो रही है.
लोकसभा चुनाव से पहले मेन मुद्दे कही खो गए हैं और नए-नए जुमलों के साथ पार्टियां जनता को उलाझाने की कोशिश में जुटी हुई हैं. हालांकि ये तो वक्त ही बताएगा कौन सा दल इस गेम प्लान में कितना कामयाब हुआ.
बीजेपी ने कांग्रेस के घोषणापत्र को बताया मुस्लिम लीग की छाप!
कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार हमला कर रही है. इसे मुस्लिम लीग से प्रभावित बता रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मौकों पर अपने भाषण में इसका जिक्र कर चुके हैं. पीएम मोदी ने अपनी एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी. बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी वायनाड से मुस्लिम लीग के समर्थन से चुनाव लड़ रहे हैं.
कांग्रेस ने इसका काउंटर किया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ये चुनाव दो विचारधाराओं की लड़ाई है. एक तरफ कांग्रेस है, जिसने हमेशा भारत को जोड़ा और दूसरी तरफ वो हैं, जिन्होंने हमेशा लोगों को बांटने की कोशिश की है. इतिहास गवाह है, किसने देश का विभाजन चाहने वाली ताकतों से हाथ मिलाकर उन्हें मजबूत किया और कौन देश की एकता और स्वतंत्रता के लिए लड़ा.
तेजस्वी ने खाई मछली तो उठा सनातनी का मुद्दा
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने हेलीकॉप्टर में मछली खाते अपना एक वीडियो पोस्ट किया. कई लोगों ने दावा किया है कि बिहार के नेता नवरात्रि के दौरान मांसाहारी खाना खा रहे हैं. बीजेपी के नेताओं ने इसे भी मुद्दा बना दिया और तेजस्वी पर हमलावर हो गए. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह लोग वोट के लिए सीजनल हिंदू बनते हैं, वोट के सौदागर हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव एक 'मौसमी सनातनी' हैं जो तुष्टिकरण का पोषण करते हैं. कई लोग चाहे वे रोहिंग्या हों या बांग्लादेशी घुसपैठिए, तब यहां आए जब उनके पिता (लालू यादव) सत्ता में थे.
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि ये लोग सनातनी बनना चाहते हैं लेकिन सनातनी संस्कार सीख नहीं पाए. सावन में मटन खाते हैं और नवरात्र में मछली खाना. वोट के लिए इतने गिर गए हैं ये लोग. धर्म का अपमान करते हैं.
तेजस्वी यादव का भी इसपर जवाब आया. उन्होंने कहा कि मैं BJP फॉलोअर्स का टेस्ट ले रहा था. अपना बचाव करते हुए तेजस्वी ने कहा कि ये पोस्ट में मैंने मेंसन किया था कि ये वीडियो 8 अप्रैल का है, जो कि नवरात्रि शुरू होने से एक दिन पहले का है. हमने इस वीडियो को बीजेपी और गोदी मीडियो के फॉलोवर्स का टेस्ट लेने के लिए शेयर किया था और हम सही साबित हुए हैं.
बीफ फिर बना चुनावी मुद्दा
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को बीजेपी ने हिमाचल की मंडी सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. कंगाना पर कांग्रेस की तरफ हमले किए जा रहे हैं. महाराष्ट्र में विपक्ष (कांग्रेस) के नेता विजय वडेट्टीवार ने कंगना पर बीफ खाने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने खुद कहा था कि उन्हें बीफ पसंद है, वो खाती हैं. इस बयान का बीजेपी ने जमकर विराध किया. कंगान खुद इस मामले में मैदान में उतर आईं और पलटवार किया.
कंगना रनौत ने कहा है कि वह बीफ या किसी भी तरह का रेड मीट नहीं खाती हैं. कंगना ने इसे अफवाह बताया है. कंगना ने अपने बयान में कहा कि मैं बीफ या किसी अन्य प्रकार के रेड मांस का सेवन नहीं करती, यह शर्मनाक है कि मेरे बारे में अफवाहें फैलाई जा रही हैं, मैं दशकों से योगिक और आयुर्वेदिक जीवन शैली की वकालत और प्रचार कर रही हूं. मेरे लोग मुझे जानते हैं और वे जानते हैं कि मैं एक गौरवान्वित हिंदू हूं और कोई भी चीज उन्हें कभी गुमराह नहीं कर सकती.