PM Modi Interview: लोकसभा चुनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने एक मीडिया चैनल को इंटरव्यू दिया जहां पर उन्होंने विपक्ष के आरोपों से लेकर कब्जे में लिए गए पैसों को वापस लोगों तक पहुंचाने के मुद्दे पर भी जवाब दिया. इस दौरान जब पीएम मोदी से ये सवाल किया गया कि आपने कुछ दिन पहले कहा था कि आप ईडी की ओर से जब्त किए गए पैसों को वापस लोगों तक पहुंचाने का रास्ता तलाश रहे हैं, तो इसको लेकर आपकी क्या तैयारियां हैं.
उल्लेखनीय है कि ईडी या कोई जांच एजेंसी अगर किसी घोटाले में पैसे जब्त करती है तो वो पैसे तब तक सरकार के पास रहते हैं जब तक कि वो केस चालू रहता है और फैसला आने के बाद ही इसका हिसाब हो पाता है. ऐसे में पीएम मोदी के विजन के बारे में पूछा गया कि वो इस पैसे को लोगों तक पहुंचाने के बारे में क्या प्लान कर रहे हैं.
इस पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा,'आपने दिल को छू लेने वाला सवाल पूछा है, मैं आपके बहाने लोगों तक ये जानकारी पहुंचाना चाहूंगा. मुझे लगता है कि भ्रष्टाचार दो प्रकार के होते हैं, एक जो बड़े कारोबार में होता है और इसे न करने वाला बताता है और न इससे फायदा लेने वाला इसकी जानकारी देता है. ये बड़ी मुसीबत है लेकिन इसमें फंसने वाले ज्यादातर लोग निर्दोष होते हैं. उदाहरण के रूप में बंगाल का शिक्षक भर्ती घोटाला ले लीजिए, जहां आदमी के पास सर्टिफिकेट नहीं है लेकिन नौकरी लेने के लिए उसने कहां से कर्ज लिए, जमीन या घर रखा लेकिन नौकरी मिल गई. ऐसे घोटाले में पैसा ट्रेल में हैं.
पीएम मोदी ने आगे बताया कि हमने पिछले 10 सालों में काफी पैसे और करीब सवा लाख करोड़ की संपत्ति जब्त की है. जैसे केरल की बात करें तो वहां कम्युनिस्ट पार्टी इमानदारी का ठेकर लेकर घूम रही थी लेकिन बड़ा रैकेट चला रही थी. कॉपरेटिव में गरीबों के पैसे हैं जिसे मिडिल क्लास या गरीब आदमी फिक्स डिपॉजिट के जरिए बचत के लिए रखता है ताकि काम पड़ने पर इस्तेमाल कर सके, लेकिन इन पैसों को अपने निजी फायदे के लिए बांट दिया गया है और ऐसे कर के हजारों करोड़ों का घपला किया है. केरल फाइल्स को लेकर मीडिया डरता है पर इस पर काम किया जा सकता है. हालांकि इस तरह के घोटाले में जानकारी है कि पैसा किसने रखा और वो कैसे डूबा.
पीएम मोदी ने आगे बताया कि हमने प्रॉपर्टी जब्त की है और मैं चाहता हूं कि जिन भ्रष्टाचारियों की संपत्ति जब्त की गई है उन्हें नीलाम कर वापस कैश में बदला जाए और ये देखा जाए कि वो पैसे उसके असली उत्तराधिकारी तक पहुंच जाएं. इस तरह के घोटाले के करीब 17 हजार करोड़ रु हम लौटा चुके हैं जिनका ट्रेल मिला है. अब लालू जी ने रेलवे मंत्री रहने के दौरान लोगों को नौकरी देने के बहाने जमीन लिखवा ली है और उसका ट्रेल मिला है. पर जिसे नौकरी मिली है वो एफिडेविट देने को तैयार नहीं है. हमें ट्रेल मिला है कि इस तारीख को जमीन गई और इस तारीख को नौकरी मिली, हमने जब्त किया है और नीलामी कर के उस गरीब की जमीन वापस करने के बारे में सोच रहे हैं.
पीएम मोदी ने इसी सवाल के जवाब में आगे कहा कि मैं काफी दिमाग लगा रहा हूं कि इसे कैसे लोगों तक वापस पहुंचाया जाए क्योंकि ये गरीबों का पैसा है जिसे भ्रष्टाचारियों ने पद का दुरुपयोग कर के लूटा है, ये उन्हें वापस मिलना चाहिए. इसके लिए मैं ज्यूडिशियरी और लीगल टीम की मदद ले रहा हूं कि कोई रास्ता सुझाएं, रुपए पड़े रहने से मुझे क्या मतलब है. हालांकि मैं ये साफ करना चाहता हूं कि जो नई न्याय संहिता लाई गई है और 1 जुलाई से देश भर में लागू होगी उसमें हम कुछ सुविधाएं भी लाए हैं. हमारी न्याय संहिता में इसको लेकर कई सॉल्यूशन लाए गए हैं.